प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सात देशों के ‘बिम्सटेक’ समूह के शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. बिम्सटेक बिना पाकिस्तान के सात देशों का एक क्षेत्रीय समूह है. बिम्सटेक समिट में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिम्सटेक सेंटर फॉर वेदर को सक्रिय केंद्र बनाने के लिए भारत 30 लाख डॉलर खर्च करने को तैयार है. इसके लिए सबका सहयोग ज़रूरी है.
5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, 'बिम्सटेक की स्थापना का ये 25वां वर्ष है. इसलिए आज के समिट को मैं विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानता हूं. इस लैंडमार्क समिट के परिणाम बिम्सटेक के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखेंगे. कृषि उत्पादों के लिए क्षेत्रीय सहयोग नेटवर्क बनाने की भी संभावना है. आपराधिक मामलों में भी हम सहयोग का नया ढाँचा बना रहे हैं और इसके लिए नया समझौता कर रहे हैं.'
पीएम मोदी ने कहा, यूरोप में हाल के घटनाक्रमों ने अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस संदर्भ में क्षेत्रीय सहयोग करना एक बड़ी प्राथमिकता बन गई है. आज हम अपने समूह के लिए संस्थान वास्तुकला विकसित करने के लिए बिम्सटेक चार्टर अपना रहे हैं. हम नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित बिम्सटेक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दायरे का विस्तार और विस्तार करने पर काम कर रहे हैं. हम आपराधिक मामलों पर आपसी कानूनी सहायता पर एक संधि पर भी हस्ताक्षर कर रहे हैं.
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