नई दिल्ली: देश में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने रमज़ान के महीने का भी ज़िक्र किया. पीएम ने कहा कि रमज़ान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए भी अनुशासन की उतनी ही ज़रूरत है. 


पीएम मोदी ने कहा, "रमज़ान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है. रमज़ान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है. कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए अनुशासन की भी उतनी ही ज़रूरत है." 


पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि जब ज़रूरी हो तभी बाहर निकलें और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें. उन्होंने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपके अनुशासन और धैर्य के साथ आज की परिस्थितियों को बदलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा. 


पीएम ने लॉकडाउन पर कही ये बात


संक्रमण के बेकाबू होने के चलते दिल्ली समेत कुछ राज्यों ने लॉकडाउन लगा दिया है. आज संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है. उन्होंने कहा कि मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें. लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है. दूसरी लहर तूफान बनकर आई है. पीएम ने कहा कि इन चुनौतियों का मिलकर सामना करना है. उन्होंने कहा कि चुनौती काफी बड़ी है और उसे हौसले से निपटना है. ऑक्सीजन की कमी पर उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की काफी मांग बढ़ गई है. ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने पर काम किया जा रहा है. सभी दवा कंपनियों की मदद ली जा रही है.