PM Modi Speech: 'सत्ता में बैठी पार्टियां कहीं सरकारी धन का दुरुपयोग तो नहीं कर रहीं, आप...', अधिकारियों से बोले पीएम मोदी
Civil Services Day 2023: दिल्ली के विज्ञान भवन में लोक सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले नौ साल में देश के विकास के लिए काफी काम किया है.
PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (21 अप्रैल) को देश भर के प्रशासनिक अधिकारियों का आह्वान किया कि वे हर फैसले से पहले इन सवालों के बारे में जरूर सोचें कि सत्ता में बैठी राजनीतिक पार्टियां सरकारी धन का इस्तेमाल देश के विकास में कर रही हैं या अपने दल के विस्तार में या फिर वोट बैंक बनाने के प्रयास में वह उसे लुटा रही हैं.
लोक सेवा दिवस पर दिल्ली के विज्ञान भवन में लोक सेवकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उनसे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को विस्तार देने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो देश का धन लुट जाएगा, करदाताओं के पैसे बर्बाद हो जाएंगे और युवाओं के सपने चकनाचूर हो जाएंगे.
इस अवसर पर उन्होंने लोक प्रशासन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कामकाज के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किए. ये पुरस्कार नागरिकों के जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य से जिलों और संगठनों को असाधारण प्रयासों और नई पहलों के लिए दिये जाते हैं.
'देखना ही होगा'
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि लोक सेवकों के छोटे से छोटे फैसलों का आधार भी देश हित होना चाहिए. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के महत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हर दल की अपनी विचारधारा होती है और संविधान ने हर दल को यह अधिकार भी दिया है लेकिन एक सरकारी कर्मचारी के तौर पर प्रशासनिक अधिकारियों को कुछ सवालों का अवश्य ही ध्यान रखना पड़ेगा.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘जो राजनीतिक दल सत्ता में आया है क्या वह करदाताओं के पैसों का इस्तेमाल अपने दल के हित के लिए कर रहा है या देश के हित के लिए कर रहा है? उसका इस्तेमाल कहां हो रहा है ? यह आप लोगों को देखना ही होगा. ’’
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपने विस्तार में सरकारी धन का इस्तेमाल कर रहा है या देश के विकास में उन पैसों का उपयोग कर रहा है, वह अपना वोट बैंक बनाने के लिए सरकारी धन लुटा रहा है या सभी का जीवन आसान बनाने के लिए काम कर रहा है... ?
पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक दल सरकारी पैसे से अपना प्रचार कर रहा है या ईमानदारी से लोगों को जागरूक कर रहा है? वह राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को विभिन्न संस्थाओं में नियुक्त कर रहा है या फिर सब को पारदर्शी रूप से नौकरी में आने का अवसर दे रहा है? राजनीतिक दल नीतियों में कहीं इसलिए तो फेरबदल नहीं कर रहा है ताकि उसके आकाओं की काली कमाई के नए रास्ते बनें?
उन्होंने कहा, ‘‘आप अपने हर फैसले से पहले इन सवालों के बारे में जरूर सोचें. सरदार पटेल लोक सेवकों को ‘स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया’ कहते थे. उनकी अपेक्षाओं पर आपको खरा उतरना है। नहीं तो देश का धन लुट जाएगा, करदाताओं का पैसा बर्बाद हो जाएगा और देश के युवाओं के सपने चकनाचूर हो जाएंगे.
अमृत काल का किया जिक्र
पीएम मोदी ने इस अवसर पर अमृत काल का भी उल्लेख किया और कहा कि मौजूदा दौर में उनकी (लोकसेवकों की) भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि पूरा विश्व भारत की ओर उम्मीदों से देख रहा है. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व की भारत से अपेक्षाएं बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं. दुनिया भर के विशेषज्ञ और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं यह कह रही हैं कि भारत का समय आ गया है.
क्या दावा किया?
पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि यह ऐसा समय है जब उन्हें एक भी पल नहीं गंवाना है. उन्होंने दावा किया कि पिछले नौ सालों में सरकार के कामकाज की बदौलत भारत आज बहुत ऊंची छलांग के लिए तैयार है और विश्व पटल पर एक विशिष्ट भूमिका में आया है तो इसमें लोक सेवकों को सहयोग बहुत महत्वपूर्ण रहा है.
उन्होंने कहा कि साल 2014 के मुकाबले आज देश में 10 गुना ज्यादा तेजी से रेल लाइनों का विद्युतीकरण हो रहा है, दोगुनी रफ्तार से राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हो रहा है, हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हुई है और बंदरगाहों का भी दोगुनी तेजी से विकास हुआ है जबकि पहले की सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार हावी रहा.
'फर्जी गैस कनेक्शन थे'
पीएम मोदी ने कहा कि पहले का तंत्र कैसा था इसे इसी से समझा जा सकता है कि देश में चार करोड़ से ज्यादा फर्जी गैस कनेक्शन थे, चार करोड़ से ज्यादा फर्जी राशनकार्ड थे, एक करोड़ काल्पनिक महिलाओं और बच्चों को महिला और बाल विकास मंत्रालय की सहायता जा रही थी, अल्पसंख्यक मंत्रालय करीब 30 लाख फर्जी युवाओं को स्कॉलरशिप का लाभ देता रहा, मनरेगा के तहत देश में लाखों ऐसे फर्जी श्रमिकों के पैसे हस्तांतरित किए हैं जिनका अस्तित्व ही नहीं था.