PM Modi at RSS Headquarter: पीएम मोदी ने रविवार (30 मार्च) को नागपुर के अपने दौरे में भारत पर हुए विदेशी आक्रमणों का जिक्र किया. उन्होंने यह भी कहा कि भूतकाल में भारत को मिटाने की बहुत कोशिशें हुईं लेकिन लगातार होते सामाजिक आंदोलनों ने ऐसा नहीं होने दिया.
पीएम मोदी ने कहा, 'हमने सैकड़ो वर्ष की गुलामी झेली, ढेरों आक्रमण भी झेले, भारत की संस्कृति को मिटाने की कई क्रूर कोशिशे हुईं लेकिन भारत की चेतना कभी आहात नहीं हुई. इसकी लौ जलती रही क्यूंकि कठिन से कठिन दौर में भी यहां नए-नए सामाजिक आंदोलन होते रहें.' पीएम मोदी का यह बयान नागपुर में औरंगजेब की कब्र विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है. पिछले दिनों नागपुर में इस विवाद के चलते हिंसा भड़क गई थी.
पीएम मोदी ने यह बात नागपुर में माधव नेत्रालय के विस्तारित बिल्डिंग की आधारशिला रखने के मौके पर कही. RSS के दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर के नाम पर इस नेत्रालय का नाम रखा गया है. पीएम मोदी ने नागपुर स्थित RSS हेडक्वार्डर और दीक्षाभूमि के दौरे के बाद इस बिल्डिंग की आधारशिला रखी. यहां लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने RSS से लेकर आंबेडकर तक के योगदान का जिक्र किया. उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज भी गिनाए.
RSS को लेकर क्या-क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा, 'प्रयागराज में संघ के स्वयसेवकों ने लाखों लोग की सेवा की. स्वयसेवक एक अनुशासित सिपाही की तरह काम करते है. संघ सेवा का पर्याय है. आरएसएस भारत की अमर संस्कृति का अक्षयवट है. संघ के स्वयसेवक निस्वार्थ भाव से काम करते है. संघ की सालों की तपस्या आज भारत का नया अध्याय लिख रही है.'
हेल्थ सेक्टर पर गिनाए सरकार के कामकाज
प्रधानमंत्री ने कहा, 'देश में मेडिकल की सीट दोगुनी हो गयी. हमने देश में AIIMS की संख्या बढ़ाई. आज करोड़ों लोगों को मुप्त में इलाज मिल रहा है. देश में गरीब को अच्छे से अच्छा इलाज मिलना चाहिये. हमारी सरकार गरीबों को जनऔषधि केंद्र के जरिए सस्ती दवाएं दे रही है. डायलिसिस सेंटर खुले हैं, जो मुफ्त डायलिसिस की सुविधा दे रहे हैं. हम स्वास्थ्य की दिशा में भी देश को प्रगति के नए शिखर पर लेकर जाएंगे.'