नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पताल में अपने बच्चों को खोने वाले परिवारों के साथ पूरे देश की सहानुभूति है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें सहायता देने में केंद्र कोई कसर बाकी नहीं रखेगा.


स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं बड़ी चुनौती खड़ी करती हैं , साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि संकट की घड़ी में सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों को मदद देगी. उन्होंने कहा, ‘‘प्राकृतिक आपदाएं एक बड़ी चुनौती बन गयी हैं. अच्छी वर्षा से देश की समृद्धि बढ़ती है. किन्तु मौसम में बदलाव के कारण समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाल के समय में देश के कई हिस्सों में प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा. एक अस्पताल में बच्चों की मौत हो गयी और पूरा देश उनके साथ है.’’ मोदी ने कहा कि 125 करोड़ देशवासियों की संवेदनाएं उनके साथ है तथा पूरा देश उनके साथ है.


गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में पिछले एक सप्ताह में नवजात शिशुओं समेत 70 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. इनमें से अधिकतर मौतें कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से हुई हैं लेकिन प्रदेश सरकार इस दावे को खारिज कर चुकी है.



राज्य सरकार ने मुख्य सचिव द्वारा जांच के आदेश दिए हैं और अस्पताल के प्राचार्य राजीव मिश्रा को निलंबित कर दिया है.


उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों को आश्वासन देना चाहता हूं की सरकार लोगों की भलाई और सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी तथा उनकी मदद के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. ’’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘गोरखपुर त्रासदी और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के साथ भारत के लोग कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.’’ प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पहले कहा गया था कि मोदी गोरखपुर में स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और केंद्र तथा राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं.


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो सबक बने.