PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कर्नाटक और महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. पीएम दोनों ही राज्यों को हजारों करोड़ की सौगात देंगे. कर्नाटक में प्रधानमंत्री मोदी 10,800 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे. वहीं महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री 38,800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे.


कर्नाटक में किन प्रोजेक्ट्स की होगी शुरुआत?


जल जीवन मिशन के तहत यादगिरि जिले के कोडेकल में यादगीर बहु-ग्राम पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी जाएगी. इस योजना के तहत 117 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा. इसकी लागत 2,050 करोड़ रुपये होगी. योजना से 700 से अधिक ग्रामीण बस्तियों व यादगिरि जिले के 3 शहरों के करीब 2.3 लाख घरों को पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा.


नारायणपुर लेफ्ट बैंक कैनाल प्रोजेक्ट


PM नारायणपुर लेफ्ट बैंक कैनाल के विस्तारीकरण, पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण परियोजना (एनएलबीसी- ईआरएम) का शुभारंभ करेंगे. नहर की क्षमता 10,000 क्यूसेक की होगी. इसकी लागत 4700 करोड़ रुपये होगी. इससे करीब 4.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई की जा सकती है. कलबुर्गी, यादगिरी और विजयपुर जिलों के 560 गांवों के तीन लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा.


सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे


प्रधानमंत्री कर्नाटक में सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे के दो खंडों की आधारशिला रखेंगे. NH-150 C के 65.5 KM सेक्शन का शिलान्यास होगा. 6 लेन ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे का हिस्सा है. इसकी लागत करीब 2000 करोड़ रुपये होगी. वहीं प्रधानमंत्री मोदी NH-150 C के 71 KM सेक्शन का शिलान्यास करेंगे. यह 6 लेन वाली ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना भी सूरत-चेन्नई एक्सप्रेस वे का हिस्सा है. इसकी लागत 2100 करोड़ बताई गई है.


लाभार्थियों को हक्कू पत्र देंगे पीएम मोदी


कलबुर्गी, यादगिरी, रायचूर, बीदर और विजयपुरा जिलों में लगभग 1475 गैर-पंजीकृत बस्तियों को नए राजस्व गांवों के रूप में घोषित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  इन नए घोषित राजस्व गांवों के पात्र लाभार्थियों को मालिकाना अधिकार पत्र (हक्कू पत्र) वितरित करेंगे.


पीएम मोदी 50 हजार से अधिक लाभार्थियों को टाइटल डीड जारी करेंगे, जो बड़े पैमाने पर SC,ST & OBC वर्ग के हाशिए पर रहने वाले और कमजोर समुदायों से हैं, उनकी भूमि को सरकार से औपचारिक मान्यता प्रदान करने का एक कदम है और उन्हें पेयजल, बिजली, सड़क आदि जैसी सरकारी सेवाएं प्राप्त करने के लिए पात्र बना देगा.


महाराष्ट्र में किन प्रोजेक्ट्स की होगी शुरुआत?


महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी 38,800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी आज मुंबई मेट्रो रेल लाइन 2ए और 7 राष्ट्र को समर्पित करेंगे. पीएम ने  2015 में इन लाइनों की आधारशिला रखी थी. इनकी लागत करीब 12,600 करोड़ है.


नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड


इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी मुंबई 1 मोबाइल ऐप और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1) की भी शुरुआत करेंगे. यह मोबाइल ऐप यात्रा को सुगम बनाएगा. इसे मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर दिखाया जा सकता है. यह यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीदने के लिए डिजिटल भुगतान में सहायता करेगा. नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1) शुरू में मेट्रो कॉरिडोर में इस्तेमाल किया जाएगा और बाद में स्थानीय ट्रेनों व बसों सहित बड़े पैमाने पर सार्वजनिक परिवहन के अन्य वाहनों तक इसका विस्तार किया जा सकता है. यात्रियों को अनेक कार्ड या नकदी ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी, एनसीएमसी कार्ड त्वरित, संपर्क रहित, डिजिटल लेनदेन को सक्षम करेगा, जिससे सुगम अनुभव के साथ प्रक्रिया आसान हो जाएगी.


सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास


पीएम मोदी 7 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास भी करेंगे. इनकी लागत करीब 17,200 करोड़ है. ये सीवेज शोधन संयंत्र मलाड, भांडुप, वर्सोवा, घाटकोपर, बांद्रा, धारावी और वर्ली में स्थापित किए जाएंगे. इनकी संयुक्त क्षमता लगभग 2,460 एमएलडी होगी.


हेल्थकेयर पर भी फोकस


पीएम हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना का उद्घाटन करेंगे. यह अनूठी पहल लोगों को स्वास्थ्य जांच, दवाएं, जांच और निदान जैसी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से मुफ्त प्रदान करेगी. इसके अलावा, पीएम मोदी 3 अस्पतालों का शिलान्यास करेंगे. इससे मुबई वासियों समेत आस-पास के शहरों के लाखों निवासियों को लाभ होगा और उन्हें उच्च श्रेणी की चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी.


मुंबई रोड नेटवर्क


पीएम मुंबई की लगभग 400 किलोमीटर सड़कों को पक्का करने के लिए सड़क निर्माण परियोजना शुरू करेंगे. इसकी लागत करीब 6,100 करोड़ होगी. पीएम मोदी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे. टर्मिनस के दक्षिणी विरासत नोड से भीड़ को कम करने, सुविधाओं में वृद्धि करने, बेहतर बहु-मोडल एकीकरण और विश्व प्रसिद्ध प्रतिष्ठित अनु प्रतीकात्‍मक ढांचे के प्राचीन गौरव को संरक्षित एवं बहाल करने के लिए पुनर्विकास योजना बनाई गई है. लागत करीब 1,800 करोड़ होगी.


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