प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, सुरक्षा और निवेश समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा- "मेरे मित्र ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ अगले दशक में भारत-ब्रिटेन संबंधों के महत्वाकांक्षी रोडमैप पर एक शानदार चर्चा हुई." पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम सभी क्षेत्रों- व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और COVID-19 से लड़ने में सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिए सहमत हुए.
पीएम मोदी से बात करने के बाद ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा- "धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आपसे बात कर खुशी हुई. मैं भारत-ब्रिटेन संबंधों में 2021 में गहराई और मजबूती देखना चाहता हूं."
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन के पीएम के साथ ऐसे वक्त पर चर्चा हुई है जब दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. लेकिन, ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के नतीजे आने के बाद उस पर सवाल उठे हैं और इसके बाद ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर दवा तैयार कर रहे एस्ट्रेजेनिका की तरफ से यह कहा गया है कि वे दोबारा वैक्सीन का ग्लोबल ट्रायल करेंगे. भारत में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यू के सहयोग से तैयार की जा रही है.
एक दिन बाद पीएम मोदी कोरोना वैक्सीन की समीक्षा करने के लिए देश के तीन शहरों का दौरा करने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से यह कहा गया कि वे वैक्सीन से जुड़े कार्यों का जायजा लेने के लिए पुणे, अहमदाबाद और हैदराबाद का दौरा करेंगे. पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘‘कल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी टीका विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की व्यक्तिगत समीक्षा करने के लिए तीन शहरों की यात्रा पर जाएंगे. वह अहमदाबाद में जाइडस कैडिला पार्क, हैदराबाद में भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जाएंगे.’’
गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि पीएम मोदी अहमदाबाद के पास प्रमुख दवा कम्पनी ‘जाइडस कैडिला’ के संयंत्र का दौरा करेंगे और वहां विकसित किए जा रहे कोविड-19 के टीके बारे में जानकारी हासिल करेंगे. ‘जाइडस कैडिला’ का संयंत्र अहमदाबाद शहर के पास चांगोदर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है. दवा बनाने वाली कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि कोविड-19 के संभावित टीके का प्रथम चरण का परीक्षण पूरा हो गया है और दूसरे चरण का परीक्षण अगस्त में शुरू किया गया था.