PM Modi Targets Congress: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (4 फरवरी) को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और अयोध्या में रामलला के हालिया प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने पर पार्टी के प्रति निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सत्ता में रहने वाले लोग पूजा स्थलों के महत्व को नहीं समझ सके और अपनी संस्कृति और अतीत पर शर्मिंदा होना शुरू कर दिया.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "आजादी के बाद जो लोग सालों तक सत्ता में थे, वे पूजा स्थलों के महत्व को नहीं समझ सके. राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने अपनी संस्कृति और इतिहास पर शर्मिंदा होने की प्रवृत्ति शुरू की. कोई भी देश अपने इतिहास की उपेक्षा करके प्रगति नहीं कर सकता."


दिव्यलोक कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 साल में हालात बदल गए हैं और बीजेपी की डबल इंजन सरकार की नीति ने विकास और विरासत दोनों की सुरक्षा की है. इस दौरान पीएम मोदी ने 498 करोड़ रुपये की कामाख्या दिव्यलोक कॉरिडोर परियोजना की आधारशिला भी रखी. उन्होंने कहा कि यह मंदिर की तीर्थयात्रा के अनुभव में बदलाव लेकर आएगा.


पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनेगा दिव्यलोक कॉरिडोर
प्रधानमंत्री ने कहा, "यह कॉरिडोर पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनेगा. हजारों साल की चुनौतियों के बावजूद ये हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं और हमने इनको संरक्षित रखा है. इनमें से कई सिंबल हमारी मजबूत संस्कृति का हिस्सा हैं. असम एक ऐसा स्थान है जहां मान्यताएं, आध्यात्मिकता और इतिहास आधुनिकता से जुड़े हुए हैं."
 
'असम में लौटी शांति'
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 साल में असम में शांति लौटी है और 7,000 से अधिक लोगों ने हथियार डाल दिए हैं. इस दौरान 10 से अधिक शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. असम और पूर्वोत्तर के कई इलाकों से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम 1958 (AFSPA) हटा लिया गया है.


पीएम मोदी ने बताया, "पिछले दशक में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने पूर्वोत्तर का दौरा किया. हम ऐतिहासिक स्थानों के उत्थान के लिए एक नई योजना शुरू करेंगे और इसीलिए हमने इस साल के बजट में पर्यटन पर ध्यान केंद्रित किया है. पिछले 10 साल में विकासात्मक गतिविधियों के लिए खर्च चार गुना बढ़ गया है."


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