नई दिल्ली: विपक्ष पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर किसानों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने की आजादी भी रहेगी. साथ ही पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक और राम मंदिर का जिक्र करते हुए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया.
किसान
महत्त्वाकांक्षी परियोजना 'नमामि गंगे' के तहत उत्तराखंड में हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनि की रेती और बदरीनाथ में सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) और गंगा संग्रहालय का नई दिल्ली से डिजिटल लोकार्पण के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष पर करारा हमला बोला.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बरसों तक ये लोग एमएसपी लागू करने की बात कहते रहे, लेकिन किया नहीं और जब उनकी सरकार ने ऐसा किया तो वे इसे लेकर किसानों में भ्रम फैला रहे हैं .
विपक्षी दलों का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा, ''एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार हमारी सरकार ने किया . वे एमएसपी पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं . देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी .''
जनधन
पीएम मोदी ने कहा कि इस कालखंड में देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने, जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की है. जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए थे, तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे. देश के गरीब का बैंक खाता खुल जाए, वो भी डिजिटल लेन-देन करे, इसका इन लोगों ने हमेशा विरोध किया.
योग दिवस
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की पहल पर जब पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही थी, तो ये भारत में ही बैठे ये लोग उसका विरोध कर रहे थे. जब सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण हो रहा था, तब भी ये लोग इसका विरोध कर रहे थे. आज तक इनका कोई बड़ा नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया है.
सर्जिकल स्ट्राइक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चार साल पहले का यही तो वो समय था, जब देश के जांबांजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था. लेकिन ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे. सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके, ये लोग देश के सामने अपनी मंशा, साफ कर चुके हैं.
राम मंदिर
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है. ये लोग पहले सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का विरोध कर रहे थे फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे. हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं.