महागठबंधन तेल-पानी के मेल जैसा, इसमें ना तेल काम का बचेगा ना पानी: पीएम मोदी
2019 लोकसभा चुनाव और आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री के इस इंटरव्यू को बहद अहम माना जा रहा है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकबार फिर विपक्षी महागठबंधन पर हमला बोला है. प्रधानमंत्री ने 2019 चुनाव के लिए विपक्ष के संभावित गठबंधन को तेल और पानी का मेल बताया है, जिसमें ना तेल काम का रहता है और ना ही पानी. हिंदी अखबार दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को हमारी लोकप्रियता का अंदाजा है इसीलिए अकेले दम पर हमारे खिलाफ नहीं लड़ सकते हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ने हमारे ऊपर एक राज्य के बाद दूसरे राज्य में भरोसा जताया है. विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि इन पार्टियों के पास बहुत टाइम था लेकिन ये सभी पार्टियां भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद, कुशासन में लगी रहीं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता जान गई है कि जाति, वर्ग, समुदाय और धर्म आधारित उनके चुनावी अंकगणित का 'हमारी विकास की केमिस्ट्री' से कोई मुकाबला नहीं है. विपक्षी गठबंधन के मुकाबले एनडीए की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री कहते हैं कि ये मजबूरी का गठंबंधन नहीं है और इसीलिए लोगों को हमपर भरोसा है.
प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि जनता को सिर्फ विकास चाहिए और जनता जानती है कि उनके सपनों को सिर्फ बीजेपी और एनडीए सरकार की पूरा कर सकती है. आज करोड़ों परिवार सकारात्मक बदलाव को महसूस कर रहे हैं. विपक्ष की मजबूरी है मोदी बनाम महागठबंधन बनाने की, इसके सिवा उनके पास कोई चारा नहीं है.
पहले भी बोला विपक्ष पर हमला यह पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री ने विपक्षी महागठबंधन पर हमला बोला है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने सदन वके अंदर अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी विपक्षी एकता को आड़े हाथों लिया था. प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह सरकार का नहीं बल्कि विपक्ष के विश्वास का परीक्षण है. इतना ही नहीं समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने महागाठबंधन पर तंज कसते हुए कहा था कि इसका टूटना तया है लेकिन देखना है कि चुनाव से पहले टूटता है या बाद में.