नई दिल्ली : चलन से बाहर हो चुके नोटों को जमा कराने की 50 दिन की समयावधि कल पूरी हो चुकी है. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नव वर्ष की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करने वाले हैं. मंगलवार को पीएम मोदी ने मौजूदा आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए नीति आयोग में अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों से मुलाकात की थी.


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सवाल यही है कि क्या नोटबंदी के बाद देश के अच्छे दिन आएंगे ?


राष्ट्र के नाम संदेश से पहले बड़ा सवाल यही है कि क्या नोटबंदी के बाद देश के अच्छे दिन आएंगे ? बहरहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे. जिसमें उम्मीद की जा रही है कि वे चलन से बाहर हो चुके नोटों को जमा कराने के 50 दिन पूरे होने के बाद आगे का खाका पेश करेंगे. प्रधानमंत्री का संबोधन शाम 5 से 6 बजे के बीच हो सकता है.


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PM अपने संबोधन में नोटबंदी के बाद के रोडमैप के बारे में बोल सकते हैं


प्रधानमंत्री अपने संबोधन में नोटबंदी के बाद के रोडमैप के बारे में बोल सकते हैं. वह नोटबंदी के बाद से एक बड़ी समस्या बने रहे नकदी के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी खासतौर पर बोल सकते हैं. यह राष्ट्र के नाम उनका दूसरा संबोधन होगा. इससे पहले आठ नवंबर को अपने पहले संबोधन में उन्होंने 500 और 1000 के पुराने नोटों का प्रचलन बंद करने की घोषणा की थी.


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परेशानी को सहन करने की अपील जनता से करते रहे हैं


प्रधानमंत्री अपने दूसरे संबोधन में आठ नवंबर को हुई नोटबंदी की घोषणा के बाद अर्थव्यवस्था के सामने पेश आई समस्याओं से निपटने के कदमों पर भी बोल सकते हैं. पिछले कुछ सप्ताह में अपनी जनसभाओं में प्रधानमंत्री सरकार के फैसले के बाद हुई परेशानी को सहन करने की अपील जनता से करते रहे हैं.


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इस फैसले को लेकर लोगों से 50 दिन का समय देने का आग्रह किया था


प्रधानमंत्री ने मील के पत्थर के रूप में माने जाने वाले इस फैसले को लेकर लोगों से 50 दिन का समय देने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा था कि इसके बाद धीरे धीरे उनकी समस्याएं समाप्त हो जायेंगी. मंगलवार को मोदी ने मौजूदा आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए नीति आयोग में अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों से मुलाकात की थी.