नई दिल्लीः चीन से नौ महीने तक चले टकराव और फिर डिसइंगेजमेंट के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीनों सेनाओं के टॉप कमांर्डस को संबोधित करने जा रहे हैं. मौका होगा कम्बाइंड कमांर्डस कॉन्फ्रेंस यानि साझा कमांडर्स सम्मेलन का, जो इस साल गुजरात के केवड़िया में 4-6 मार्च के बीच होने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी सम्मलेन के आखिरी दिन यानि 6 मार्च को थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांडर्स को संबोधित करेंगे. इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित सभी 17 कमान के कमांडर्स मौजूद रहेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत भी इस दौरान वहां मौजूद रहेंगे.


सालाना होने वाला कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस पिछले साल कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था. ये सम्मलेन ऐसे समय में होने जा रहा है जब पिछले नौ महीने से भारत का एलएसी पर चीन से टकराव चल रहा था. हालांकि, अभी डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है लेकिन अभी भी एलएसी के कई ऐसे इलाके जहां दोनों देशों की सेनाओं में टकराव जारी है.


इस सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी तीनों सेनाओं को सैन्य और सामरिक दिशा-दशा बताते हैं. सात ही तीनों सेनाओं की टॉप मिलिट्री लीडरशिप साझा रणनीति तैयार करती हैं. वर्ष 2014 में पीएम मोदी ने जब पहली बार सीसीसी को संबोधित किया था, तभी ही तीनों सेनाओं को सम्मलेन को दिल्ली से बाहर करने का सुझाव दिया था.


यही वजह है कि इस साल ये सम्मलेन केवडिया में होने जा रहा है. अपने पहले सम्मलेन में ही पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं को साइबर और स्पेस वॉरफेयर के लिए तैयार रहने का आदेश दिया था. इसी का परिणाम है कि देश को अपनी पहली साइबर और स्पेस डिफेंस एजेंसी मिल गई है.


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