PM Modi To Visit Rameswaram: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल,2025 को राम नवमी के अवसर पर रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा करेंगे और तमिलनाडु के पंबन पुल का उद्घाटन करेंगे. यह देश का पहला वर्टिकल सी ब्रिज होगा, जिससे रामेश्वरम की रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी.


सूत्रों के अनुसार, पुल को व्यावसायिक रूप से खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. दक्षिणी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी बीते कुछ दिनों से पुल और रामेश्वरम रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर रहे हैं. अनुमान है कि प्रधानमंत्री की श्रीलंका यात्रा (4 और 5 अप्रैल) से लौटने के बाद यह उद्घाटन होगा.


2 किलोमीटर लंबा अत्याधुनिक पुल
यह नया रेल पुल 2 किलोमीटर से अधिक लंबा है और एक अभूतपूर्व इंजीनियरिंग संरचना है. यह मुख्य भूमि को रामेश्वरम द्वीप से जोड़ने का काम करेगा. यह पुल पुराने पुल की जगह लेगा, जिसे 1914 में बनाया गया था और खराब स्थिति के चलते 2022 में बंद कर दिया गया था.


पुराना पंबन पुल भारत का पहला समुद्री पुल था, जिसने 110 वर्षों तक रामेश्वरम और मुख्य भूमि के बीच एकमात्र संपर्क मार्ग के रूप में काम किया. यह स्थानीय लोगों, तीर्थयात्रियों और व्यापारियों के लिए जीवन रेखा था, लेकिन समुद्री खारे पानी और पुरानी संरचना के कारण यह जर्जर हो गया था.


स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
नया पुल न केवल आधुनिक और टिकाऊ है, बल्कि अधिक यातायात को संभालने में सक्षम होगा. इसके निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में रखी थी और तीन महीने बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ.


रामेश्वरम हिंदू श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है, जहां हर साल लाखों लोग दर्शन करने आते हैं. यह नया पुल तीर्थयात्रियों की यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा. इसके परिणामस्वरूप स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा लाभ मिलेगा.


रामेश्वरम का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
रामेश्वरम हिंदू धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है. मान्यता है कि भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए यहीं से लंका तक पुल का निर्माण किया था, जिसका उल्लेख रामायण में है. हर साल 25 लाख से अधिक तीर्थयात्री रामनाथस्वामी मंदिर आते हैं. इस नए पुल के बनने से पर्यटन और तीर्थयात्रा को और अधिक बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र का विकास होगा.





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