दिल्ली/सोची: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस पहुंच गए हैं. पीएम मोदी रूस में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक करेंगे. मोदी और पुतिन के बीच यह अनौपचारिक बैठक रूस के सोची शहर में होगी. दोनों की मुलाकात दोपहर 3.35 पर होगी. दोनों नेताओं की अनौपचारिक शिखर बैठक में वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों के अलावा ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने पर विशेष रूप से चर्चा होगी.
भारत और रूस के बीच विशेष गौरवशाली रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी- पीएम मोदी
रूस यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बयान में कहा था, “रूस की मैत्रिपूर्ण जनता को बधाई. मैं कल की अपनी सोची यात्रा और राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात को लेकर आशान्वित हूं. उनसे मिलकर हमेशा प्रसन्नता होती है. मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता से भारत और रूस के बीच विशेष गौरवशाली रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी.”
द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की संभावना कम
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी और पुतिन के बीच ‘ बिना किसी एजेंडे ’ की भी बातचीत होगी. लगभग चार से छह घंटों की इस मुलाकात में द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की संभावना बहुत कम है.
इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत के मुद्दों में ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने से भारत और रूस पर पड़ने वाले आर्थिक असर, सीरिया और अफगानिस्तान के हालात, आतंकवाद के खतरे तथा आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और ब्रिक्स सम्मेलन से संबंधित मामलों के शामिल होने की संभावना है.
पुतिन और मोदी के बीच अनौपचारिक बैठक का क्या मकसद है?
इस बीच सूत्रों ने स्पष्ट किया कि भारत रूस के साथ अपने रक्षा सहयोग को निर्देशित करने की किसी अन्य देश को इजाजत कभी नहीं देगा. पुतिन और मोदी के बीच अनौपचारिक बैठक का मकसद दोनों देशों के बीच मैत्री और आपसी विश्वास का इस्तेमाल कर वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर के अहम मुद्दों पर आम राय कायम करना है. इस दौरान दोनों नेता भारत रूस असैन्य परमाणु सहयोग को अन्य देशों तक आगे बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकते हैं.