BJP ने लोकसभा चुनाव से पहले बुलाई दो दिवसीय मीटिंग, 11500 सदस्य करेंगे शिरकत, PM मोदी पेश करेंगे चुनावी एजेंडा
LS Polls: PM मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर NDA के लिए 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. चुनाव से पहले बीजेपी की ओर से दो दिवसीय 'राष्ट्रीय अधिवेशन' बुलाया गया है.
BJP National Council Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (17 फरवरी) से शुरू हो रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय परिषद की 2 दिवसीय बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का एजेंडा प्रस्तुत कर सकते हैं. इस बैठक में निर्वाचित पंचायत प्रमुखों से लेकर जिला अध्यक्षों और केंद्रीय मंत्रियों सहित पार्टी के लगभग 11,500 सदस्य भाग लेंगे.
पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक का उद्घाटन करेंगे और पीएम मोदी रविवार (18 फरवरी) को समापन सत्र को संबोधित करेंगे. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन के जरिए बीजेपी के चुनावी अभियान की व्यापक रूपरेखा सामने रखेंगे और लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत झोंक देने के लिए प्रेरित करेंगे.
बीजेपी की यह बैठक प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में होनी है. वहां विकसित भारत की अवधारणा पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसका उद्घाटन जेपी नड्डा ने शुक्रवार (16 फरवरी) को किया.
साबित हो सकती है सबसे बड़ी बैठक
बीजेपी नेताओं की यह बैठक पिछले कई वर्षों में हुईं पार्टी की परिषद बैठकों में सबसे बड़ी साबित हो सकती है जिसमें 11,500 सदस्यों के मौजूद रहने का पार्टी ने दावा किया है. कुछ नेताओं ने 1995 में पार्टी की ओर से मुंबई में आयोजित विशाल महाधिवेशन को याद किया जिसमें इसके हजारों सदस्यों ने भाग लिया था.
पिछले 10 वर्षों में रही 3,000 लोगों की उपस्थिति
बैठक में मुख्यमंत्री, राज्यों के मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और देशभर से पार्टी संगठन के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. पार्टी के जिला निकायों और देशभर से आए 'मोर्चों' के प्रतिनिधि भी इस विशाल बैठक में शामिल होंगे. पिछले 10 वर्षों में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठकों में उपस्थिति आमतौर पर लगभग 3,000 रही थी. इनमें वे दो बैठकें भी शामिल हैं जो वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय राजधानी में हुई थीं.
नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्साह
वर्ष 1995 में हुए मुंबई अधिवेशन में बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था और इसके बाद पार्टी के लिए सत्ता का रास्ता साफ हुआ था. इसी प्रकार पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि इस बार की राष्ट्रीय परिषद भी उसके कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी ताकि मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनें और इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के रिकार्ड की बराबरी करें.
'परिषद में दो प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना'
पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार (15 फरवरी) को कहा था कि परिषद में दो प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना है. आम तौर पर एक प्रस्ताव मौजूदा राजनीतिक माहौल और तात्कालिक मुद्दों पर पार्टी के रुख को सामने रखता है जबकि दूसरा अर्थव्यवस्था की स्थिति पर आधारित होता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से संसद में पेश अर्थव्यवस्था पर हालिया श्वेत पत्र, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन में कथित बिखराव, 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता और देश की वैश्विक स्थिति उन मुद्दों में शामिल है, जिनके बैठक में उठने की संभावना है.
'मोदी की गारंटी' पर रहेगा ध्यान केंद्रित
पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के परिणामों के अलावा महिलाओं, युवाओं, गरीबों और किसानों को सशक्त बनाए जाने की 'मोदी की गारंटी' पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है, जिन्हें अक्सर पीएम मोदी अपने लिए 4 सबसे बड़ी जातियां बताते रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को किया असंवैधानिक करार
राजनीतिक पर्यवेक्षकों की नजर इस बात पर भी होगी कि सत्तारूढ़ पार्टी चुनावी बॉन्ड और किसानों के विरोध प्रदर्शनों से संबंधित मुद्दों को छूती है या नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया है जबकि किसान संगठन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रसाद ने गुरुवार को यह भी कहा कि परिषद की बैठकें साल 2014 और 2019 के आम चुनावों से ठीक पहले आयोजित की गई थीं.
बीजेपी का 370 सीट जीतने का लक्ष्य
बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी ने 2014 में लोकसभा में बहुमत हासिल किया था और 5 साल बाद उससे भी बड़ी जीत हासिल की थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने पिछली दो बैठकों में भी अपने विचार रखे थे और अब उन्होंने पार्टी के लिए 370 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए 543 में से 400 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य तय किया है.
प्रसाद ने कहा, ''इस बार प्रधानमंत्री ने बीजेपी के लिए 370 सीटें और एनडीए के लिए 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. प्रधानमंत्री के आह्वान को फलीभूत करने के लिए 'राष्ट्रीय अधिवेशन' का आयोजन किया गया है.''
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