नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. 6 जनवरी से देश में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत होने जा रही है. उससे पहले टीकाकरण की तैयारियों को परखने के लिए शुक्रवार को पूरे देश में एक बार फिर इसका पूर्वाभ्यास भी किया गया. इसके साथ ही सरकार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' के साथ वैक्सीन खरीद के समझौते को अंतिम रूप में देने जुट गई है. वैक्सीन की कीमत और सप्लाई की गारंटी को लेकर बातचीत आख़िरी दौर में है.
बता दें कि देश में बनी दो वैक्सीन की पूरी दुनिया में मांग है लेकिन सरकार की प्राथमिकता देश की ज़रूरत को पूरा करना है. इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को खुद मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर वैक्सीन वितरण की प्रक्रिया को सही तरीके से चलाने में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. लॉकडाउन और अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान भी प्रधानमंत्री सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठकें करते रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक़, सीरम इंस्टीट्यूट सरकार को 200 रुपये प्रति डोज के हिसाब से वैक्सीन देने को तैयार है लेकिन एक साथ करोड़ों डोज की खरीद का हवाला देते हुए सरकार कीमत को और कम कराने की कोशिश में जुटी हुई है. जबकि भारत बायोटेक अपनी वैक्सीन कम क़ीमत पर देने के लिए राजी है. सरकार दोनों कंपनियों से यह सुनिश्चित करना चाहती है कि हर हफ्ते वह कितनी वैक्सीन सप्लाई करेंगी, इन मुद्दों को लेकर बातचीत आख़िरी दौर में है.
दुनिया भर में भारत की वैक्सीन की मांग है. सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक अपने स्तर पर दुनिया के कई देशों के साथ वैक्सीन सप्लाई की बातचीत कर रहे हैं, जहां उन्हें वैक्सीन की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है. सीरम इंस्टीट्यूट ने इसके लिए दक्षिण अफ्रीका के साथ समझौता भी कर लिया है, वहीं ब्राज़ील के प्रधानमंत्री ने वैक्सीन की सप्लाई के लिए पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है. ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनरो ने ह्यड्रेक्सीक्लोरोक्वीन की मांग के लिए ख़त लिखते हुए बक़ायदा भगवान हनुमान की संजीवनी बूटी लाने के वृतांत का ज़िक्र किया था.