आज दुनिया फिर भारत की बढ़ती ताकत का करेगी अहसास...पीएम मोदी G-20 की अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट करेंगे लॉन्च
G-20 Summit: भारत G20 की अध्यक्षता के दौरान देशभर में 32 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा. भारत अगले साल G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा.
India G-20 Logo: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार (8 नवंबर) को भारत के जी20 (G20) की अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण करेंगे. विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि जी20 की अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में सहयोग करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी. भारत एक दिसंबर से इंडोनेशिया (Indonesia) से जी20 की अध्यक्षता करेगा. G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन इस बार 15-16 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में किया जा रहा है. इसमें प्रधानमंत्री मोदी समेत विश्व के शीर्ष नेता शामिल होंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जाएगा लॉन्च
विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (8 नवंबर) को शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भारत की G20 की अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट को लॉन्च करेंगे. भारत G20 की अध्यक्षता के दौरान देशभर में 32 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा. भारत अगले साल G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा.
1 दिसंबर से G20 की अध्यक्षता करेगा भारत
भारत एक दिसंबर से इंडोनेशिया से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. G20 यानी 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. G20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85%, वैश्विक व्यापार का 75% से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है.
भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती
रूस यूक्रेन जंग को देखते हुए जी-20 की चुनौतियां बड़ी हो गई है. इंडोनेशिया के बाद भारत जी-20 की अध्यक्षता करेगा. ऐसे में भारत के समक्ष इसके आयोजन और जी-20 के लक्ष्यों को हासिल करने की चुनौती होगी. रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) को लेकर पूरी दुनिया बंटी हुई है, ऐसे में यह चुनौती तब भारत के लिए और भी कठिन हो जाती है.
भारत भी अपने पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद में उलझा हुआ है. ऐसे में भारत के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभर सकता है. हालांकि, भारत शुरुआत से ही दोनों देशों से बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालने की पैरवी करता आया है. ऐसे में पूरी दुनिया की नजरें भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिकी होंगी.
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