नई दिल्लीः देश भर में आज मकर संक्रांति और पोंगल का त्योहार धूम धाम से मनाया जा रहा है. इन त्योहारों पर देशवासियों को प्रधानमंत्री मोदी ने भी बधाई दी. खास बात ये हैं कि पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर चार भाषाओं में त्योहारों की बधाई दी. पीएम मोदी द्वारा एक ट्वीट हिंदी भाषा में किया गया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, “ देशवासियों को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत बधाई. मेरी कामना है कि उत्तरायण सूर्यदेव सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करें.”
पीएम मोदी ने मकर संक्रांति की दी बधाई
पीएम मोदी ने अंग्रेजी भाषा में भी ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि,
“मकर संक्रांति को भारत के कई हिस्सों में उत्साह के साथ चिह्नित किया जाता है. यह शुभ त्योहार भारत की विविधता और हमारी परंपराओं की जीवंतता को दर्शाता है. यह मातृ प्रकृति के सम्मान के महत्व को भी पुष्ट करता है.”
इसके बाद पीएम मोदी ने कई और ट्वीट कर देशवासियों को माघ बिहू त्योहार की बधाई दी और सुख एवं समृद्धि की कामना की. उन्होंने गुजरात के लोगों को उत्तरायण की शुभकामनाएं दीं.
प्रधानमंत्री ने पोंगल के त्योहार पर बधाई संदेश देते हुए ट्वीट किया
पोंगल की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार तमिल संस्कृति की सर्वश्रेष्ठ झलक प्रस्तुत करता है. उन्होंने कहा, ‘‘यह त्योहार हमें प्रकृति के साथ तालमेल बैठाकर जीने की प्रेरणा देता रहे और हर किसी में करुणा एवं दया का भाव मजबूत करता रहे.’’पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि “सभी को पोंगल की बधाई, विशेषकर मेरी तमिल बहनों और भाइयों को. यह विशेष त्योहार तमिल संस्कृति का सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है. हमें अच्छे स्वास्थ्य और सफलता का आशीर्वाद मिले. यह त्योहार हमें प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करता है.”
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्विटर पर कई पोस्ट कर देशवासियों को मकर संक्रांति, माघ बिहू और पोंगल के त्योहार की बधाई दी.
मकर संक्रांति एक ऐसा त्यौहार है जो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम और तरीकों से मनाया जाता है. उत्तर भारत में इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. इसे तमिलनाडु में पोंगल के नाम से जाना जाता है. असम में इसे माघ बिहू और गुजरात में इसे उत्तरायण कहते हैं. पंजाब और हरियाणा में इस समय नई फसल का स्वागत किया जाता है और लोहड़ी पर्व मनाया जाता है.इस दिन पतंग उड़ाने का भी विशेष महत्व होता है और लोग बेहद आनंद और उल्लास के साथ पतंगबाजी करते हैं. गुजरात में इस दिन पतंगबाजी के बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं.
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