भारत में करीब 180 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं, लेकिन अब 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो चुका है. जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर की है. पीएम मोदी ने कहा कि, आज का दिन काफी अहम है. अब 12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है, वहीं 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को तीसरी डोज लगाई जाएगी.
पूरे वैक्सीनेशन अभियान की दी जानकारी
पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि, सभी योग्य लोग जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं. उन्होंने आगे वैक्सीनेशन ड्राइव का जिक्र करते हुए कहा कि, भारत का वैक्सीनेशन ड्राइव दुनिया में सबसे बड़ा है. हमने अपने देश के लोगों को सुरक्षित करने और महामारी से लड़ने के लिए 2020 की शुरुआत में वैक्सीन बनाने का काम शुरू कर दिया था. पीएम मोदी ने कहा कि, जनवरी 2021 में हमने डॉक्टरों, हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की. जिसका मकसद था कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को जल्द से जल्द कोरोना से सुरक्षित किया जाए.
प्रधानमंत्री मोदी ने इसके अलावा और भी कई ट्वीट कर वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि, मार्च 2021 में 60 साल की उम्र से अधिक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ. इसमें वो लोग भी शामिल थे, जिनकी उम्र 45 साल से अधिक थी और वो अन्य बीमारियों से पीड़ित थे. इसके बाद 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों के लिए वैक्सीन दी गई. ये गर्व की बात है कि लोगों के लिए वैक्सीन मुफ्त दी गई. आज भारत ने 180 करोड़ डोज का आंकड़ा पार कर लिया है. जिसमें 9 करोड़ डोज 15 से 17 साल की उम्र के लोगों को लगाई गई, वहीं 2 करोड़ से ज्यादा तीसरी डोज लगाई गई हैं. जिससे हमारे लोगों को कोरोना से बड़ी सुरक्षा मिली है.
पीएम ने राज्यों की भी सराहना की
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि, पिछले एक साल से भारत का वैक्सीनेशन लोगों से चल रहा है. बाकी कई देशों में जहां वैक्सीन को लेकर झिझक देखी गई, वहीं भारत में लोगों ने खुद वैक्सीन तो लगवाई ही, लेकिन दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने राज्यों की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि, वैक्सीनेशन ड्राइव में राज्यों के सहयोग के लिए उनकी सराहना करता हूं. खासकर पहाड़ी राज्यों में जहां पर्यटन सबसे महत्वपूर्ण है, उन्होंने अपना वैक्सीनेशन लगभग पूरा कर लिया है.
पीएम ने बताया कि भारत ने वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत दुनिया के कई देशों को भी वैक्सीन देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि, आज भारत के पास कई मेड इन इंडिया वैक्सीन मौजूद हैं. साथ ही हमने कई और वैक्सीन को भी मंजूरी दी है. इस महामारी से लड़ने के लिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं. लेकिन इसके साथ ही हमें कोरोना संबंधी सभी नियमों का पालन करना होगा.
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