PM Modi in Mumbai: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को राजभवन में जल भूषण भवन और क्रांतिकारियों की गैलरी (Jal Bhushan Building and Gallery of Revolutionaries) का उद्घाटन किया. इस मौके पर महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shivsena Chief Uddhav Thackeray) ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा, "पीएम मोदी द्वारा क्रांतिकारियों की गैलरी का उद्घाटन एक शुभ अवसर है, यह एक बड़ी बात है. ये हमारा कर्तव्य है कि हम अपने स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों को जीवित रखें जो हमारी आने वाली पीढ़ियों को उस समय के बारे में बताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा." सीएम ठाकरे ने आगे कहा,  "पीएम मोदी के द्वारा उद्घाटन की गई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की ये गैलरी एक तीर्थयात्रा है जिसमें देश के लिए बलिदान देने वालों के बारे में जानकारी है."


इस कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी और सीएम उद्धव ठाकरे बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) जाएंगे, जहां वो एक साथ बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 'मुंबई समाचार' के 'द्वीशताब्दी महोत्सव' (200 वीं वर्षगांठ समारोह) में प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे.  इस दौरान मुंबई पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है क्योंकि वीआईपी मूवमेंट से शहर में ट्रैफिक मूवमेंट प्रभावित होने की संभावना है. उपनगरों के एक व्यापारिक जिले बीकेसी में कार्यक्रम के बाद पीएम नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे.


 



उद्धव ठाकरे ने की पीएम मोदी की अगवानी
पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़वी बयानबाजी हो रही थी. लेकिन मंगलवार को दोनों नेताओं को एक साथ मंच साझा करते हुए देखा गया. इस मुलाकात के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे ने शिष्टाचार दिखाते हुए पीएम मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा क्रांतिकारियों की गैलरी का उद्घाटन करने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम की अगवानी करते हुए वहा उपस्थित लोगों को संबोधित किया.


ठाकरे ने किया था बीजेपी कटाक्ष
शिवसेना (Shivsena) के अलग होने और महाराष्ट्र में सरकार (Maharashtra Government) बनाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस (Congress) से हाथ मिलाने के बाद दोनों नेताओं के बीच संबंध खराब हो गए थे. तब से, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कई मौकों पर बीजेपी पर कटाक्ष किया.  इस साल 25 अप्रैल को, उद्धव ठाकरे ने मुंबई में एक कार्यक्रम में भाग लिया, जहां प्रधानमंत्री मोदी को पहले लता मंगेशकर पुरस्कार (Lata Mangeshkar Award) से सम्मानित किया गया था. मुख्यमंत्री ने 83 वर्षीय चंद्रभागा शिंदे से मिलने का फैसला किया, जो हनुमान चालीसा विवाद में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा के खिलाफ शिवसेना के विरोध का चेहरा बन गए थे. शिवसेना ने बाद में इस बात का आरोप लगाया कि मंगेशकर परिवार के साथ मधुर संबंध साझा करने के बावजूद मुख्यमंत्री को आमंत्रित नहीं किया गया था.


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