बढ़ेगी भारत की आसमानी ताकत, पीएम मोदी ने झांसी में वायुसेना को सौंपे लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर
Narendra Modi UP Visit Live Updates: पीएम मोदी आज से तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं. पहले महोबा में पीएम ने अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण किया. अब वह झांसी पहुंचे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, मैं नमन करता हूं इस धरती से भारतीय शौर्य और संस्कृति की अमर गाथाएं लिखने वाले चंदेलों-बुंदेलों को, जिन्होंने भारत की वीरता का लोहा मनवाया! मैं नमन करता हूं बुंदेलखंड के गौरव उन वीर आल्हा-ऊदल को, जो आज भी मातृ-भूमि की रक्षा के लिए त्याग और बलिदान के प्रतीक हैं.
पीएम ने इस दौरान एक कविता भी सुनाई जो है
ये झांसी, रानी लक्ष्मीबाई की ये धरती बोल रही है:
मैं तीर्थ स्थली वीरों की
मैं क्रांतिकारियों की काशी
मैं हूं झांसी, मैं हूं झांसी,
मैं हूं झांसी, मैं हूं झांसी
राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झांसी में अटल एकता पार्क एवं विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण करने के बाद कहा, आज तो शौर्य और पराक्रम की पराकाष्ठा हमारी रानी लक्ष्मीबाई जी की जन्मजयंती है. आज झांसी की ये धरती आज़ादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है और आज इस धरती पर एक नया सशक्त और सामर्थ्यशाली भारत आकार ले रहा है.
उन्होंने कहा, रक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार मिशन मोड में काम कर रहा है. एक समय देश में 65 से 70 फ़ीसदी रक्षा सामग्री बाहर से आयात हो रही थी. आज तस्वीर बदल गयी है और हम 65 फ़ीसदी रक्षा सामान भारत से ही ख़रीद रहे हैं. एक समय वह भी था, जब भारत की दुनिया भर में गिनती सबसे बड़े रक्षा सामानों के आयातक देशों में होती थी. अब भारत की गिनती दुनिया के टॉप 25 निर्यातकों में हो रही है. प्रधानमंत्री ने हमारे सामने 2024-25 तक पांच बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है. हम इस लक्ष्य को भी हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, पहले भारत 65 प्रतिशत हथियार आयात करता था. लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में अब 65 प्रतिशत स्वदेशी हथियार इस्तेमाल कर रहे हैं. आने वाले समय में 90 प्रतिशत हथियार स्वदेशी होंगे. आज हम 70 देशों को हथियार और दूसरे सैन्य साजो सामान निर्यात कर रहे हैं. यह आयोजन राष्ट्र रक्षा में नारीशक्ति की भूमिका का परिचायक होने के साथ-साथ हमारे देश के निर्माण में महिलाओं के उत्कृष्ट योगदान को भी प्रदर्शित करता है . हम राष्ट्र रक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और अधिक बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं.
रक्षा समर्पण कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने थल सेना को ड्रोन भी सौंपे हैं. एलसीएच दुनिया का सबसे हल्का हेलिकॉप्टर है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने भाषण में कहा, हम बुंदेलखंड से पलायन को रोकने के लिए इस क्षेत्र को रोज़गार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और यूपी डिफेंस कॉरिडोर भी इसका एक बहुत बड़ा सबूत है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने केवल अपने परिवारों का भला किया. कर्मयोगियों की सरकार ने नल से जल दिया है. परिवारवादी सरकारों ने हमेशा सुविधाओं से लोगों को वंचित रखा. हमने आंगनवाड़ी तक जल पहुंचाया. गुजरात के कच्छ की हालत भी बुंदेलखंड जैसी ही थी. लोग वहां से पलायन कर रहे थे. लेकिन मुझे सेवा का अवसर मिला तो आज कच्छ देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में एक है. मुझे भरोसा है कि बुंदेलखंड भी वैसा विकास अपना सकता है.
पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, हम काम करते-करते थकते नहीं हैं. पुरानी सरकारों ने हमेशा बुंदेलखंड को लूटा. यूपी के विकास को कोई रोक नहीं पाएगा. अर्जुन सहायक परियोजना को लटकाया गया. सीएम योगी सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर काम किया. किसानों को हमेशा उलझाया गया. योगी सरकार ने पानी की कई परियोजनाओं पर काम किया.
पीएम मोदी ने कहा, बीते सात वर्षों में हम कैसे सरकार को बंद कमरों से निकाल कर देश के कोने-कोने तक लाए हैं. यह महोबा उसका उदाहरण है.
जब माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है तो कुछ लोग हाय-तौबा मचा रहे हैं. लेकिन ये लोग कितना भी हाय-तौबा मचा लें, यूपी और बुंदेलखंड के काम रुकने वाले नहीं है. इन लोगों ने बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया उसे लोग कभी भूल नहीं सकते. पहले की सरकार चलाने वालों ने ताल-तलैया के नाम पर फीते तो बहुत काटे लेकिन ये नहीं बताया कि बिना भू-जल संरक्षण के नलों में ताल-तलैयों में पानी कैसे आएगा. पिछली सरकारों ने अपने परिवार के लिए तो सब कुछ किया, लेकिन बुंदेलखंड को बूंद-बूंद के लिए तरसा दिया
पीएम मोदी ने आगे कहा कि महोबा से ही हमने तीन तलाक खत्म करने का वादा किया था, जिसे पूरा किया गया. बुंदेलखंड हमेशा से जल संरक्षण के लिए मशहूर रहा है. पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए. तीन हजार करोड़ से अधिक की लागत से बनी इस सिंचाई परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों को लाभ होगा। चार लाख से अधिक लोगों को पीने का शुद्ध पानी भी मिलेगा. पीढ़ियों से जिस पानी का इंतजार था, वह इंतजार आज खत्म होने जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पानी का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है. अब लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिलेगा.
महोबा वासियों को गुरु पर्व की शुभकामनाएं देते हुए स्थानीय भाषा में पीएम मोदी ने कहा, जवन महोबा की धरा में, आल्हा-उदल और वीर चंदेलों की वीरता कण-कण में समाई है। वा महोबा के वासियन को हमाओ कोटि-कोटि प्रणाम पहुंचे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 2014 के बाद देश में प्रधानमंत्री मोदी के करिश्माई नेतृत्व ने आज पूरे देश की तस्वीर बदल कर रख दी है. आज बुंदेलखंड में 'जय जवान-जय किसान' का नारा जीवंत होते देख सकते हैं. उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बुंदेलखंड की पहचान थी. आज प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से विकास के कार्यक्रम तेज गति से चल रहे हैं. जिसकी वजह से इस क्षेत्र को अब अलग पहचान मिली है. आज बुंदेलखंड में हर घर जल नल और हर खेत पानी का सपना पूरा होता दिख रहा है. इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का बुंदेलखंड के लोगों की ओर से हार्दिक अभिनंदन करता हूं.
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, बुंदेलखंड अपनी वीरता और शौर्य के लिए जाना जाता है लेकिन यहां के संसाधनों का प्रयोग यहां के विकास के लिए हो, यहां की सूखे की समस्या दूर करने के लिए हो, आजादी के बाद यह एक सपना ही बना रह गया था.
पीएम नरेंद्र मोदी तीन दिन के यूपी दौरे पर पहुंच गए हैं. वह महोबा में अर्जुनबांध योजना का उद्घाटन करेंगे.
पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. साथ ही, उन्होंने केंद्र से किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के लिए कहा, जो लगभग एक साल के विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए थे.
कृषि क़ानून रद्द होने पर ऑल इंडिया किसान सभा महासचिव हन्नान मौला ने कहा, 'मैं इस घोषणा का स्वागत करता हूं. जब तक सदन से इस घोषणा पर कार्यवाही नहीं होती है तब तक यह कोशिश संपूर्ण नहीं होगी. इससे हमारे किसानों की समस्या हल नहीं होगी. MSP के लिए हमारा आंदोलन जारी है और जारी रहेगा. 26 नवंबर को किसान आंदोलन को एक साल होगा उस दिन पूरे देश में लाखों किसान रास्तों पर उतरेंगे. अभी आधी मांग पूरी हुई है. जब तक MSP एक्ट पास नहीं होगा, किसानों को कोई फायदा नहीं होगा. इसके लिए हमारा आंदोलन जारी रहेगा.'
तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद गाजीपुर सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों ने किसान जिंदाबाद के नारे लगाए.
पीएम मोदी के एलान के तुरंत बाद राकेश टिकैत ने ट्वीट करके कहा, ''आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें.''
संयुक्त किसान मोर्चा ने पीएम के एलान का स्वागत करते हुए कहा कि किसान संसद इसे रद्द किए जाने का इंतजार करेंगे. किसान मोर्चा ने यह भी याद दिलाया है कि किसान आंदोलन की एक मांग MSP पर कानून बनाने की भी है, जो कि लंबित है. सरकार के रुख में बदलाव पर किसान मोर्चा के नेताओं की बैठक बुलाई जाएगी.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. सभी किसानों को इसका स्वागत करना चाहिए, अब उन्हें अपने धरने समाप्त कर देने चाहिए.
कृषि कानून निरस्त करने के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'आज से तीनों कृषि क़ानून इस देश में नहीं रहेंगे. एक बड़ा संदेश देश में गया है कि देश एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है. चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि क़ानूनों का वापस लिया है. किसानों की जीत देशवासियों की जीत है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार, किसानों के कल्याण के लिए, खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए, देश के कृषि जगत के हित में, देश के हित में, गांव गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए, पूरी सत्य निष्ठा से, किसानों के प्रति समर्पण भाव से, नेक नीयत से ये कानून लेकर आई थी. लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए. इसलिए आज मैं सभी को बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानून को निरस्त करने का फ़ैसला किया है.'
पीएम मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है. साथ ही प्रदर्शनकारी किसानों को उनसे अपने-अपने घर लौटने का आग्रह किया है.
राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'अपने पांच दशक के जीवन में किसानों की चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है जब देश हमें 2014 में प्रधानसेवक के रूप में सेवा का अवसर दिया तो हमने कृषि विकास, किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी. देश के छोटे किसानों की चुनौतियों को दूर करने के लिए, हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत, इन सभी पर चौतरफा काम किया. सरकार ने अच्छी क्वालिटी के बीज के साथ ही किसानों को नीम कोटेड यूरिया, सॉयल हेल्थ कार्ड, माइक्रो इरिगेशन जैसी सुविधाओं से भी जोड़ा.'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज गुरु नानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. मैं विश्वभर में सभी लोगों को और सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं. ये भी बहुत सुखद है, कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर अब फिर से खुल गया है.'
पीएम मोदी आज अपने यूपी दौरे से पहले देश को संबोधन कर रहे हैं.
थोड़ी देर में पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन शुरू होगा. आज से ही पीएम मोदी तीन दिन के यूपी दौरे पर हैं. वह महोबा और झांसी में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे.
- दोपहर 2 बजे- खजुराहो एयरपोर्ट आगमन
- 2.35 बजे- महोबा हेलीपैड आगमन
- 2.45 से 3.45 बजे तक- विकास परियोजनाओं का लोकार्पण- जनसभा-महोबा
- 3.55 बजे- महोबा हेलीपैड से प्रस्थान
- 4.50 बजे- झांसी हेलीपैड आगमन
- 5.25 से 6.55 बजे तक- राष्ट्र रक्षा पर्व और विकास परियोजनाओं का लोकार्पण कार्यक्रम- झांसी का किला
- 7.10 बजे- झांसी से प्रस्थान
- 8.45 बजे- लखनऊ एयरपोर्ट आगमन
- 9.15 बजे- लखनऊ राजभवन
- रात्रि विश्राम
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह 9 बजे राष्ट्र के नाम संबोधित करेंगे. पीएमओ ने ट्वीट करते हुए कहा, आज गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व है. आज पीएम मोदी सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण करने यूपी के महोबा जाएंगे. फिर शाम को वो झांसी में राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व में शामिल होंगे. जाने से पहले वह सुबह 9 बजे राष्ट्र के नाम संदेश देंगे.
पीएम दोपहर 2 बजे मध्यप्रदेश के खजुराहो पहुंचेगे वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा 2:35 बजे महोबा पहुंचेगे. महोबा में प्रधानमंत्री अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण कर बुंदेलखंड को बड़ी सौगात देंगे. शाम 4:50 बजे झांसी पहुंचेगे पीएम, झांसी में आज पीएम अपनी यात्रा के दौरान, लगभग 5:15 बजे, 'राष्ट्र रक्षा सम्पर्ण पर्व' में रक्षा क्षेत्र की कई पहलों का शुभारंभ करेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे. ये कार्यक्रम झांसी में 17-19 नवंबर तक 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है.
बैकग्राउंड
PM Modi UP Visit Live Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन दिन के यूपी दौरे पर हैं. बुंदेलखंड के झांसी और महोबा में आज विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद 20 और 21 नवंबर को डीजी कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे. पीएम 21 नवंबर की शाम को वापस दिल्ली जाएंगे. 20 और 21 नवंबर को डीजी कॉन्फ्रेंस जैसे बड़े आयोजन में हिस्सा लेने के अलावा झांसी में बड़ा कार्यक्रम होगा. झांसी में प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री के अलावा कई विशिष्ठ लोगों की मौजूदगी में पीएम द्वारा डिफेंस कॉरिडोर में बनने वाले 400 करोड़ की लागत से भारत डायनमिक्स के मिसाइल तकनीकी से सम्बंधित उपकरणों के यूनिट का शिलान्यास होगा.
झांसी की रानी महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा का अनावरण होगा. 100 नए सैनिक स्कूलों से संबंधी डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी. राष्ट्रीय स्तर पर एनसीसी ट्रेनिंग के सेंटर की लॉन्चिंग होगी. यूपी डिफेंस कॉरिडोर के झांसी की डॉक्यूमेंट्री आएगी. पीएम झांसी में जनसभा की करेंगे. महोबा में प्रधानमंत्री अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण कर बुंदेलखंड को बड़ी सौगात देंगे.
आज झांसी में राष्ट्रीय रक्षा समर्पण दिवस के मौके पर पीएम मोदी भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा डिजाइन और विकसित ड्रोन और यूएवी भी थलसेनाध्यक्ष को सौंपेंगे. भारतीय सेना ने विस्तृत परीक्षण और प्रयोगों के बाद भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों से इन ड्रोन को खरीदने का फैसला किया है. भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भारतीय यूएवी की तैनाती भी भारतीय ड्रोन उद्योग पारिस्थितिकी तंत्र की सक्षमता का प्रमाण है.
बता दें कि एलएसी पर चीन के खिलाफ ड्रोन टेक्नोलॉजी को मजबूत करने के लिए ही इसी साल जनवरी के महीने में भारतीय सेना ने एक स्वदेशी कंपनी से 140 करोड़ रूपये का सौदा किया था. हालांकि, ये नहीं बताया गया कि इस सौदे में भारतीय सेना को कितने यूएवी मिलने हैं लेकिन माना जा रहा है कि ये संख्या कई सौ में है. आईडियाफोर्ज नाम की ये कंपनी 'स्विच' टेक्टिकल ड्रोन्स भारतीय सेना को मुहैया करा रहा है. इन 'स्विच' टेक्टिकल ड्रोन्स का इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी की सर्विलांस के लिए किया जाना है.
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