PM Narendra Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान घोषणा की कि भारत से चुराई गई 100 से भी ज्यादा प्राचीन वस्तुएं अमेरिका लौटाएगा. उन्होंने रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए अमेरिका के इस फैसले पर खुशी जाहिर की. 


पीएम मोदी ने अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान शुक्रवार (23 जून) को रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय प्रवासियों से बातचीत की. उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि अमेरिका की सरकार ने भारत के 100 से ज्यादा पुरावशेषों (Antiquities) को वापस करने का फैसला किया है, जो हमसे चुराए गए थे. ये पुरावशेष अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच गए थे. मैं इसके लिए अमेरिकी सरकार का आभार व्यक्त करता हूं."


प्राचीनकालीन वस्तुओं को लेकर और क्या बोले पीएम मोदी? 


प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारतीय मूल की ये प्राचीनकालीन वस्तुएं सही या गलत तरीकों से अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच गई थीं, लेकिन अमेरिका का इन्हें भारत को लौटाने का फैसला दोनों देशों के बीच भावनात्मक संबंध को दर्शाता है.''



प्रचीनकालीन वस्तुओं को भारत लाने का प्रयास 


भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को पुनर्जीवित करने के प्रयास के तहत प्रचीनकालीन वस्तुओं को वापस लाए जाने की कोशिशें की जा रही हैं. भारत सरकार दुनियाभर से प्रचीनकालीन कलाकृतियों को वापस ला रही है.


भारत सरकार ने क्या कहा?


भारत सरकार की तरफ से कहा गया, "सदियों से, असंख्य अमूल्य कलाकृतियां, जिनमें से कुछ का गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, वो चोरी हो गईं और विदेशों में तस्करी करके ले जाई गईं. सरकार भारतीय कलाकृतियों और सांस्कृतिक विरासत को वापस लाने के लिए साकारात्मक प्रयास कर रही है."


प्रधानमंत्री मोदी ने कई विदेशी दौरों पर वैश्विक नेताओं के साथ इस मामले पर चर्चा की, जिसकी बदौलत अब तक 251 प्रचीन मूर्तियों को विदेशों से वापस स्वदेश लाया गया है. इसमें से 238 को 2014 से वापस लाया गया है. इससे पहले अमेरिकी ने 2022 में 307 प्रचीनकालीन वस्तुओं को भारत को लौटाया था. ये प्रचीनकालीन वस्तुएं तस्करी करके चुराई गई थीं, जिनकी कीमत लगभग 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी.


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