PM Modi US Visit: महज संयोग नहीं हो सकता मुस्लिमों पर ओबामा का बयान- कांग्रेस नेताओं का पीएम मोदी पर हमला
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर विवाद शुरू हो गया है, अमेरिकी सांसदों के अलावा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी भारत में मुस्लिमों के अधिकारों पर सवाल उठाया है.
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर खूब चर्चा है, एक तरफ पीएम मोदी के जोरदार स्वागत और बाइडेन के साथ उनकी बातचीत को लेकर चर्चा है, वहीं दूसरी तरफ भारत में अल्पसंख्यकों के हितों को लेकर भी नई बहस शुरू हो गई है. कुछ अमेरिकी सांसदों के बहिष्कार के बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पर बयान देकर माहौल को और ज्यादा गरम कर दिया. इसे लेकर अब भारत में भी राजनीति शुरू हो गई है और विपक्ष ओबामा के बयान के सहारे मोदी सरकार पर हमलावर है.
ओबामा का बयान महज संयोग नहीं- मनीष तिवारी
कांग्रेस के सीनयर नेता मनीष तिवारी ने पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के उस इंटरव्यू की क्लिप शेयर की, जिसमें ओबामा ने भारतीय मुस्लिमों का जिक्र किया था. तिवारी ने ये वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, "मुझे आश्चर्य होगा अगर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणियां महज एक संयोग थीं. बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुए जो बाइडेन 8 साल के लंबे समय तक उप राष्ट्रपति रहे. ओबामा लगातार उनके सबसे बड़े समर्थकों में रहे हैं. ये ट्वीडलम और ट्वीडली है. ये कहने के लिए किसी बराबरी वाले प्रभावशाली शख्स को बुलाएं."
I would be surprised if Former President @BarackObama ‘s comments were just coincidental.@JoeBiden was @BarackObama ‘s Vice President for eight long years. @BarackObama continues to be his biggest supporter.
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 23, 2023
It is Tweedlum & Tweedlee.Get someone equally influential to say it. https://t.co/3Bh0sUqbFU
मनीष तिवारी के अलावा कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस इंटरव्यू की क्लिप को शेयर किया और कहा कि ये मोदी के दोस्त बराक का संदेश है. उन्होंने कहा कि मोदी समर्थक इसे भी एक अंतरराष्ट्रीय साजिश बता सकते हैं. भक्त कम से कम ये आरोप तो लगा ही सकते हैं.
क्या बोले थे बराक ओबामा?
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बीच भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई, इसी दौरान जब एक इंटरव्यू में ओबामा से इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर वो राष्ट्रपति होते और पीएम मोदी से उनकी मुलाकात होती तो वो भारत में मुस्लिमों की सुरक्षा का जिक्र करते. ओबामा ने इस दौरान ये भी कहा कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा नहीं हुई तो भारत में विभाजन बढ़ सकता है, जो भारत के हितों के लिए ठीक नहीं होगा.