Gujarat: केंद्र सरकार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांव और स्कूल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है. संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की तरफ से की गई खुदाई में सैंकड़ों साल पुरानी सभ्यता के निशान मिले हैं. 


मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक वडनगर को विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए योजना बना ली गई है. इसके तहत चार चरणों में वडनगर को विकसित करने की रूपरेखा बनाई गई है. जिससे गुजरात के वडनगर में एक बड़ा म्यूजियम बनाए जाने की योजना है. वहीं जानकारी के मुताबिक, म्यूजियम के इस साल अक्टूबर तक तैयार हो जाने की संभावना है . 


पीएम मोदी का स्कूल बनेगा पर्यटन स्थल


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस स्कूल में पढ़ाई की थी उसे भी एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. पीएम मोदी ने जिस स्कूल में पढ़ाई की थी वो 19वीं सदी का स्कूल है और उसे (Inspirational Destination School) इंस्पिरेशनल डेस्टिनेशन स्कूल के तौर पर विकसित किया जा रहा है. 


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल को भी पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा और देशभर के बच्चों को स्कूल देखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके लिए सरकार की तरफ से एक योजना पर भी काम किया जा रहा है. जिसके माध्यम से देश के हर जिले से कम से कम 2 बच्चों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूल की यात्रा करवाई जाएगी. 


खुदाई में बौद्ध और जैन कालीन अवशेष मिले


सूत्रों ने बताया कि वडनगर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानि ASI खुदाई भी की है, जिसमें ढाई हजार साल पुराने बौद्ध और जैन कालीन अवशेष मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, 1945 में भी वडनगर में एएसआई ने खुदाई की थी. जिसमें कुछ पुरातात्विक अवशेष मिले थे. वहीं इस बार मंत्रालय ने एक योजना तैयार की है, जिससे खुदाई वाले जगह को भी पर्यटकों के लिए खोल कर रखा जाएगा. 


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