स्वीडन के प्रधानमंत्री के साथ पीएम मोदी की वर्चुअल बैठक, कहा- आने वाले दिनों में और देशों को भेजी जाएगी कोरोना वैक्सीन
पीएम मोदी ने कहा कि हमने करीब 50 देशों को भारत में बनी कोरोना की वैक्सीन भेजी है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम और देशों को वैक्सीन की सप्लाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीडन के पीएम स्टीफन लोफवेन के साथ वर्चुअल बैठक की. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा दोनों देशों के लिए प्राथमिकता में है, हमें इसके लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए. पीएम मोदी ने स्वीडन में हुए हाल ही में हुए हमले को लेकर संवेदना जताई और घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की.
वर्चुअल शिखर के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने करीब 50 देशों को भारत में बनी कोरोना की वैक्सीन की आपूर्ति की और आने वाले समय में कई और देशों को वैक्सीन की खेप भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी के दौरान 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां, अन्य जरूरी सामान मुहैया कराए हैं.
We have sent India-made COVID-19 vaccine to nearly 50 countries and will deliver to many more in coming days: PM Modi
— Press Trust of India (@PTI_News) March 5, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी, निवेश, स्टार्ट-अप, अनुसंधान में दोनों देशों के रिश्तों को और आगे बढ़ा सकते हैं. भारत, स्वीडन स्मार्ट सिटी, जल शोधन, ‘सर्कुलर इकोनॉमी’, स्मार्ट ग्रिड, ई-मोबिलिटी समेत कई क्षेत्रों में संबंध प्रगाढ़ कर सकते हैं.
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति में पर्यावरण के साथ तालमेल बनाकर जीने पर जोड़ दिया जाता है. हम पेरिस समझौते में किए गए अपने संकल्पों पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. हम अपने लक्ष्य को न केवल हासिल करेंगे बल्कि उनसे भी आगे जाएंगे. जी-20 देशों में भारत ही अपने लक्ष्य पर अच्छी प्रगति कर पाया है. भारत ने 2030 तक 400 गीगावाट से अधिकार नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है. एलईडी के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर हम 3 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को बचा रहे हैं.
बता दें कि दोनों देश के नेताओं के बीच 2015 के बाद से अब तक की यह पांचवीं शिखर वार्ता है. प्रधानमंत्री मोदी पहले इंडिया नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के लिए अप्रैल 2018 में स्टॉकहोम दौरे पर भी गए थे.
भारत और स्वीडन के बीच लोकतंत्र, स्वतंत्रता, बहुलवाद और नियम संचालित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था जैसे साझा मूल्यों पर आधारित सहयोग के रिश्ते हैं. दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ अनुसंधान और विकास के क्षेत्रों में भी काफी घनिष्ठ सहयोग है. स्वास्थ्य, लाइफ साइंसेज, ऑटो उद्योग, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, रक्षा, भारी मशीनरी और उपकरण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 250 स्वीडिश कंपनियां भारत में काम कर रही हैं. इसी तरह स्वीडन में भारत की 75 कंपनियां भी सक्रिय हैं.
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