बिना सुरक्षा के अचानक एम्स पहुंचे पीएम मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी का जाना हाल
पीएम मोदी करीब 45 मिनट तक एम्स में रहे और डॉक्टरों से वाजपेयी की तबीयत की जानकारी ली. अब वाजपेयी की हालत स्थिर है. हालांकि दो दिन पहले उन्हें कुछ घंटे के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया था.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रात अचानक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत का हाल लेने दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंच गए. खास बात ये थी कि पीएम मोदी बिना सुरक्षा और प्रोटोकॉल के ही एम्स पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, एम्स प्रशासन को भी इसकी जानकारी तभी हुई जब मोदी वहां पहुंचे. याद रहे कि अटल बिहारी वाजपेयी बीते 14 दिनों से एम्स में भर्ती हैं.
पीएम मोदी ने किया ट्रैफिक नियमों का पालन
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने बिना सिक्योरिटी और बिना रूट के अपने घर सात लोक कल्याण मार्ग से एम्स तक का सफर तय किया. पीएम मोदी सात लोक कल्याण मार्ग से एम्स तक ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए यानी लाल बत्ती पर रुकते हुए पहुंचे थे.
45 मिनट तक एम्स में रहे पीएम मोदी
पीएम मोदी करीब 45 मिनट तक एम्स में रहे और डॉक्टरों से वाजपेयी की तबीयत की जानकारी ली. अब वाजपेयी की हालत स्थिर है. हालांकि दो दिन पहले उन्हें कुछ घंटे के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया था. वाजपेयी को देखने वाले वाले डॉक्टरों की टीम में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, कार्डियो विभाग के एचओडी डॉ. बहल और नेफ्रो विभाग की टीम शामिल है.
11 जून से एम्स में भर्ती हैं वाजपेयी
93 साल के अटल बिहारी वाजपेयी 11 जून से एम्स में भर्ती हैं. उन्हें किडनी में समस्या के चलते भर्ती कराया गया था. पीएम मोदी 11 जून को भी अटलजी को देखने एम्स पहुंचे थे. पीएम के अलावा लाल कृष्ण आडवाणी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित देश के कई बड़े नेता भी अटल को देखने एम्स जा चुके हैं.
साल 2009 से बीमार हैं वाजपेयी
बता दें कि पूर्व पीएम वाजपेयी साल 2009 से बीमार हैं और उन्हें चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करना पड़ता है. वयोवृद्ध राजनेता डिमेंशिया यानि भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं. ग़ौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लंबे वक्त से बीमार हैं और चलने फिरने और बात करने से असमर्थ हैं. करीब तीन सालों से उन्हें किसी सार्वजिक सभा में नहीं देखा गया है. याद रहे कि बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल वाजपेयी पहली बार 1996 में देश के पीएम बने. दूसरी बार साल 1998 में पीएम बने और चुनाव में जीत के बाद तीसरी बात 1999 में पीएम बने और साल 2004 तक पीएम रहे. मोदी सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा है.