नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह एक ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं जहां लोगों की पहचान उनके परिश्रम और एंटरप्रेन्योरशिप के आधार पर बने. उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना ने लोगों में आत्मविश्वास का भाव जगाने का काम किया है. पीएम ने अपने आवास पर मुद्रा योजना के तहत वितरीत कर्ज से लाभ पा चुके करीब 100 लोगों से बातचीत के दौरान यह बात कही.


प्रधानमंत्री कार्यालय ने कई ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. मोदी ने कहा कि वे इन लोगों में आत्मविश्वास की भावना को देखकर काफी खुशी महसूस कर रहे हैं. इसी उद्देश्य से मुद्रा योजना शुरू की गई थी. वे चाहते हैं कि सभी भारतीय सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत करें.





प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से कहा, "मैं आपसे एक आग्रह करता हूं कि आप बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें." मोदी ने कहा कि आपका जन्म सुविधाओं के साथ नहीं हुआ, आपने जो हासिल किया है, वह अपने परिश्रम से किया और इसलिए आप दूसरे को प्रेरित करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे यहां निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र है. हमारा ध्यान पर्सनल सेक्टर पर है. "हम ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं जहां लोगों की पहचान उनके परिश्रम और एंटरप्रेन्योरशिप के आधार पर बने."





उन्होंने आगे कहा कि उन्हें सभी लाभार्थियों से मिलकर प्रसन्नता हो रही है. प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से कहा कि आपकी सफलता में यह देखते हैं कि सही नीति और नीयत कितने सारे नागरिकों के जीवन में बदलाव ला सकती है. आपकी सफलता देशभर में लोगों को सफलता के लिये प्रेरित करती है.


प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके मुद्रा योजना के कुछ लाभार्थियों का जिक्र भी किया. इसमें उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जयापुर के चंद्रबली वर्मा शामिल है जो पाल्टी फार्म का कारोबार चलाते हैं. इनमें फार्मा कंपनी में काम करने वाले विप्लव सिंह के अलावा राजस्थान के कोटा के मनोज सुखलानी, तमिलनाडु के शनमुघ प्रियम, केरल के कन्नूर के पी सिजेश, झारखंड के बोकारो से किरण कुमारी शामिल हैं.





प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वाले मुद्रा योजना के लाभार्थियों ने उनके साथ अपने अनुभव भी साझा किए. उल्लेखनीय है कि एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरूआत अप्रैल 2015 में हुई थी.