PM मोदी के 48 घंटे का हिसाब किताब- 16 घंटे की यात्रा- विदेश में बैठकें और श्रद्धांजलि सभा, 20 घंटे देश में काम
PM Modi Schedule: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) आधी रात को जापान से देश लौटने के बाद सिर्फ़ तीन घंटे आराम करेंगे और फिर सुबह 5 बजे से प्रधानमंत्री मोदी काम करना शुरू कर देंगे.
PM Modi Busy Schedule: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान (Japan) दौरे पर हैं. नवरात्र के दौरान भी पीएम मोदी (PM Modi) के कार्यक्रमों का काफी बिजी शेड्यूल है. कई लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नवरात्रि के दौरान उनकी दिनचर्या के बारे में जानना चाहते हैं. एबीपी न्यूज़ के दर्शकों और पाठकों के लिए ख़ास तौर पर ये जानकारी हम आपके सामने रख रहे हैं. उनके 48 घंटे के काम का हिसाब किताब हम आपके सामने रख रहे हैं. पिछले 24 और अगले 24 घंटे मिलाकर कुल 48 घंटे का हिसाब.
इन 48 घंटे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 16 घंटे की जापान यात्रा की. 12 घंटे विदेश में बैठकें और श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लेने के बाद 20 घंटे देश में भी काम करेंगे.
PM मोदी के 48 घंटे का हिसाब किताब
पीएम मोदी आधी रात को देश लौटने के बाद सिर्फ़ तीन घंटे आराम और फिर सुबह 5 बजे से प्रधानमंत्री मोदी का काम शुरू हो जाएगा, उस दौरान वे आधा दर्जन से ज़्यादा बैठकें करेंगे और ये सब तब है, जब प्रधानमंत्री नवरात्रि में उपवास भी कर रहे हैं. 16 घंटे की यात्रा और 12 घंटे के जापान प्रवास के बाद प्रधानमंत्री देर रात दो बजे भारत लौटेंगे, लेकिन सुबह 5 बजे से उनका दिन शुरू हो जाएगा.
नवरात्रि में उपवास के दौरान भी बिजी शेड्यूल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि (Navratri) के नौ दिन के उपवास भी रखे हैं, इस दौरान पीएम मोदी दिन में एक बार किसी एक फल का जूस लेते हैं. सुबह उठ कर पूजा-पाठ के बाद ई-मेल चेक करेंगे. सुबह के अख़बारों और टीवी चैनल पर नज़र डालने के बाद पीएम मोदी सुबह नौ बजे अपने दफ़्तर पहुंचेंगे, जहां कुछ अहम फाइल निपटाने के बाद कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेंगे.
कई अहम मुद्दों पर करेंगे बैठक
पीएम मोदी (PM Modi) कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting) में हिस्सा लेने के बाद कई अहम मुद्दों पर दिन भर में लगभग आधा दर्जन बैठक करेंगे. शाम को प्रधानमंत्री मिनिस्टर ऑफ़ काउंसिल में हिस्सा लेंगे, जो लगभग दो घंटे चलने की संभावना है.
प्रधानमंत्री को जानने वाले कहते हैं कि प्रधानमंत्री ऊर्जा से काम और काम से ऊर्जा हासिल करते हैं, वे कम समय में नींद पूरी कर लेते हैं. वो बिना आराम किए, बिना थके लंबी बैठक में हिस्सा लेते हैं ताकि उनकी व्यस्तता सरकार के कामकाज में बाधा ना बने बल्कि ताक़त बने.
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