PM Modi Speech Live Updates: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना नवंबर तक जारी रहेगी-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया और अपने भाषण में कई अहम बातों का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के संकटकाल में भारत की स्थिति काफी बेहतर है लेकिन आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना बहुत ही चिंता की बात है. हम अनलॉक के दौर में प्रवेश कर रहे हैं.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 30 Jun 2020 04:31 PM
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे और अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है. अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि वन नेशन वन राशन कार्ड का सबसे बड़ा लाभ उन गरीब लोगों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गाँव छोड़कर के कहीं और जाते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है और इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्य तौर पर एग्रीकल्चर सेक्टर में ही ज्यादा काम होता है. अन्य दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है. जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है और देश में आने वाले समय में ढेर सारे त्योहार आने वाले हैं. 5 जुलाई को गुरू पूर्णिमा है और कुछ समय बाद गणेशोत्सव आने वाला है. दशहरा, दीवाली जैसे अनेक त्योहार आने वाले हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि एक तरह से देखें तो अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है और अब इस व्यवस्था को नवंबर के अंत तक जारी रखा जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं और इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं. सरकार ने पूरी व्यवस्था की है कि जिससे गरीबों और वंचितों को इस कोरोना संकटकाल में परेशानी न हो.
पीएम मोदी ने कहा कि देश हो या व्यक्ति, समय पर फैसले लेने से, संवेदनशीलता से फैसले लेने से, किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है, इसलिए, लॉकडाउन होते ही सरकार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई और अब इसे नवंबर तक बढ़ाया जा रहा है. इसके तहत देश के 80 करोड़ लोगों को खाद्य की दिक्कत न हो इसकी व्यवस्था की जा रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले. केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए.
पीएम मोदी ने कहा कि इस समय जो लापरवाही कर रहे हैं वो ये नहीं समझ रहे हैं कि वो कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर कर रहे हैं, ऐसे लोगों को लापरवाही करने से रोकना होगा और नियमों का पालन कराना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते हुए अब हम अनलॉक -2 में प्रवेश कर रहे हैं और हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जहां सर्दी-जुखाम, खांसी-बुखार के मामले बढ़ जाते हैं. अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है. समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि कोरोना के संकटकाल में भारत की स्थिति काफी बेहतर है लेकिन आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना बहुत ही चिंता की बात है. हम अनलॉक के दौर में प्रवेश कर रहे हैं.
एबीपी न्यूज को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पीएम मोदी आज कोरोना संकट और चीन सीमा विवाद दोनों पर बात कर सकते हैं. इसके अलावा वो और कौन सी बातों पर बोलेंगे इसपर पूरे देश की नजर है.
जैसे कि आशंका जताई जा चुकी है कि कोरोना का संक्रमण जुलाई-अगस्त में अपने पीक पर पहुंच सकता है और इसको लेकर भी पीएम मोदी कुछ बड़े निर्देश दे सकते हैं, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. केवल 15 मिनट बाद पीएम मोदी देश को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले राहुल गांधी ने उनपर निशाना साधा है और कहा है कि सरकार न्याय योजना को तुरंत लागू करे और गरीबों के खाते में फौरन 7500 रुपये डालें. उन्होंने पीएम मोदी से फिर सवाल पूछा है कि क्या चीन ने भारत की पवित्र जमीन पर कब्जा किया है तो इसके बारे में देश को बताएं.
पीएम मोदी कोरोना काल में इससे पहले भी देश को कई बार संबोधित कर चुके हैं. सबसे पहले 19 मार्च को उन्होंने कोरोना संकट को लेकर देश को संबोधित किया था और उस दिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का एलान किया था. इसके बाद 24 मार्च की रात 8 बजे देश में पूर्ण लॉकडाउन का एलान किया था जो 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक उच्च स्तरीय बैठक ली जिसमें उन्होंने कोविड-19 की वैक्सीन से जुड़े सभी अपडेट्स लिए और जानकारी ली कि भारत में इसको लेकर क्या प्रगति चल रही है.
देश के नाम संबोधन से पहले पीएम मोदी इस वक्त दिल्ली में कोरोना वायरस के टीके को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं.
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि वह सबसे अपील करते हैं आज पीएम मोदी का संबोधन जरूर सुने
बता दें कि देश की सुरक्षा पर खतरे वाले चीनी ऐप्स पर सरकार ने एक्शन शुरु कर दिया है. टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर कल बैन लगा दिया गया है. चीन के 59 ऐप पर तो पहले ही पाबंदी लग चुकी है. चीन के दूसरे ऐप पर भी बैन की तलवार लटकी हुई है. ऐसे में आज पीएम मोदी का संबोधन काफी महत्वपूर्ण है.

बैकग्राउंड

आज शाम चार बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट कर पीएम मोदी के संबोधन की जानकारी दी थी. पीएम के संबोधन से पहले भारत सरकार ने चीन को सबक सिखाते हुए उसके 59 ऐप्स को देश में बैन किया है. वहीं मोदी के देश के संबोधन से पहले आज सुबह से भारतीय सरज़मीन पर चीन के साथ सीमा पर गतिरोध कम करने के लिए बातचीत भी जारी है. कोरोना काल में इससे पहले पांच बार पीएम मोदी देश को संबोधित कर चुके हैं.


इससे पहले उन्होंने 12 मई को राष्ट्र को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था. वहीं इससे पहले के अपने संबोधनों में पीएम ने लॉकडाउन के लागू करने का ऐलान और उसके विस्तार पर चर्चा की थी. लेकिन इस बार पीएम मोदी का संबोधन कई मायनों में काफी महत्वपू्र्ण माना जा रहा है.


रविवार को प्रधानमंत्री ने अपने मासिक "मन की बात" संबोधन में चीन को करारा जवाब देने की बात कही थी. अपने इस संबोधन में भी मोदी ने कोरोना के खिलाफ लोगों को सावधानी बरतने को कहा था. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर देशवासियों को दो गज दूरी का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी थी.

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