नई दिल्ली: ब्राजीलिया में 13-14 नवम्बर को हो रहे 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर ब्राज़ील रवाना हो गए. 'नए भविष्य के लिए आर्थिक विकास' विषय पर आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले दिए अपने संदेश में पीएम मोदी ने कहा की ब्रिक्स के मंच पर दुनिया की 5 बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अपनी साझेदारी मजबूत करने का प्रयास करेंगी. इसमें डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान-प्रद्योगिकी से लेकर ब्रिक्स के दायरे में आतंकवाद निरोधक प्रयासों पर ज़ोर दिया जाएगा.


पीएम मोदी बुधवार को ब्राजीलिया समय अनुसार सुबह करीब साढ़े 5 बजे ब्राज़ील पहुंचेंगे. ब्राज़ील यात्रा में उनका पहला दिन द्विपक्षीय मुलाकातों के नाम होगा. मुलाकातों की कड़ी में पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से 13 नवम्बर को दोपहर बाद मुलाकात करने का कार्यक्रम है. भारत के महाबलीपुरम में दोनों नेताओं की अनौचारिक शिखरवार्ता के करीब एक महीने बाद दोनों नेता फिर साथ होंगे. माना जा रहा है कि मोदी और जिनपिंग की यह मुलाकात बीते दिनों आरसीईपी में शिरकत होने से भारत के इनकार के बाद दोनों देशों के रिश्तों में उभरे तनाव को कम करने का नया गलियारा भी तलाशेगी. गौरतलब है की पीएम मोदी ने गत दिनों पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय हितों और चिंताओं की अनदेखी का हवाला देते हुए आरसीईपी में शामिल होने से इनकार कर दिया था. जबकि चीन समेत कुछ मुल्क भारत के बिना ही इस समझौते पर दस्तखत के हामी थे.


मुख्यतः आर्थिक सहयोग का मंच कहलाने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पीरम मोदी बिजनेस फोरम और ब्रिक्स विकास परिषद को भी सम्बोधित करेंगे. यात्रा से पहले एक बयान में पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के आपसी सहयोग में हमारे उद्योग और कारोबार एक अहम भूमिका अदा करते हैं और इस दौरान उस भी संवाद का अवसर मिलेगा. द्विपक्षीय मुलाकातों की कड़ी में पीएम की मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेर मेसियस बोलसोनारो से भी मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्राज़ील के बीच में सहयोग की बहुत संभावनाएं हैं. दोनों देशों के बीच कृषि, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में साझेदारी का दायरा लगातार बढ़ रहा है. इससे पहले भी अपने पिछले कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी ने पहली बार ब्रिक्स बैठक में ब्राज़ील में शिरकत की थी.


ब्राजीलिया में हो रहे 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का मुख्य दिन 14 नववम्बर होगा. दिन की शुरुआत नेताओं के फोटोग्राफ और रिस्ट्रिक्टेड मीटिंग से होगी. भारत, ब्राज़ील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं के बीच होने वाली इस मुलाकात का विषय मौजूदा वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सम्प्रभुता होगा. इसके बाद होने वाली ब्रिक्स की प्लेनरी मीटिंग में पांचों नेता आपसी कारोबार बढ़ाने के उपायों पर चर्चा करेंगे. इस मौके पर ब्रिक्स देशों की निवेश संवर्धन एजेंसियों के बीच आपसी समझौते पर भी दस्तखत किए जाएंगे. शिखर बैठक के दौरान इनोवेशन ब्रिक्स नेटवर्क भी लांच किया जाएगा. इस नेटवर्क के जरिए सभी ब्रिक्स देशों के शोध संस्थान, विज्ञान पार्क, तकनीक इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर संस्थानों को जोड़ा जाएगा. इसके अलावा नई तकनीकों को बढ़ावा देने और नए शोध के लिए ब्रिक्स इंस्टीट्यूट ऑफ फ्यूचर नेटवर्क भी खोला जाएगा. ब्रिक्स कुनबा दुनिया में 42 फीसद आबादी और 23 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी में हिस्सेदार है. यानी दुनिया में होने वाले कुल कारोबार का 17 प्रतिशत हिस्सा ब्रिक्स कुनबे की पांच अर्थव्यवस्थाओं से आता है.