BRICS Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स समिट (BRICS) में शामिल होने के लिए 22 से 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में रहेंगे. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (18 अगस्त) को ये जानकारी दी.


विदेश मंत्रालय ने आगे बताया कि पीएम मोदी इसके बाद शुक्रवार (25 अगस्त) को ग्रीस के दौरे पर प्रधानमंत्री किरियोकोस मित्सोटाकिस (Kyriakos Mitsotakis) के निमंत्रण पर जाएंगे. ग्रीस की यात्रा 40 साल बाद देश के कोई प्रधानमंत्री करेंगे. 


शी जिनपिंग भी होंगे शामिल
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping) भी ब्रिक्स के समिट में हिस्सा लेंगे. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुआंग (Hua Chuniying) ने कहा, '' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के बुलाने पर शी जिनपिंग समिट में शामिल होंगे.''  दरअसल ब्रिक्स समूह में भारत के अलावा चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील है. 


ब्रिक्स की शुरुआत कैसे हुई?
ब्रिक्स पहले BRIC (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) था. इन चार देशों के नेताओं ने जुलाई 2006 में G8 आउटरीच शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में मुलाकात की. फिर सितंबर 2006 में इसे औपचारिक रूप दिया गया. इसके बाद इसमें दक्षिण अफ्रीका शामिल हुआ तो ये ब्रिक्स (BRICS) ग्रुप हुआ.


ब्रिक्स का उद्देश्य क्या है?
ब्रिक्स का पहला उद्देश्य राजनीतिक और सुरक्षा है. इसके तहत ब्रिक्स में शामिल देशों में वैश्विक, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक राजनीतिक क्षेत्रों में संवाद बढ़ाना है. दूसरा उद्देश्य आर्थिक और वित्तिय है. इसके मुताबिक व्यापार, कृषि और बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है. इसके अलावा सांस्कृतिक, शेक्षणिक, युवा और खेल क्षेत्र में ब्रिक्स में शामिल देश के लोगों के संपर्क को मजबूत करना है. 






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