नई दिल्ली: बीजेपी ने अपने चुनावी अभियान 'मैं भी चौकीदार हूं' को लेकर विरोधियों पर हमला बोला है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज मैं भी चौकीदार हूं एक जन आंदोलन बन गया है. उन्होंने बताया कि एक करोड़ लोगों ने ऑनलाइन इस मुहिम से जुड़ने की शपथ ली है. इसके साथ ही 31 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 500 जगहों पर इस अभियान से जुड़ने वाले लोगों से बात करेंगे.


रविशंकर प्रसाद ने बताया कि 20 लाख लोगों ने इस मुहिम से जुड़कर ट्वीट किया. इसके इंप्रेशन थे 1600 करोड़ से ज्यादा था. इसके साथ ही एक करोड़ लोगों ने ऑनलाइन मैं भी भी चौकीदार हूं अभियान से जुड़ने की शपथ ली और इसका वीडियो भी एक करोड़ लोगों ने देखा. वर्ल्ड वाइड ट्रेंड की बात करें तो ये पूरे दिन नंबर वन ट्रेंड रहा. वहीं भारत में लगातार दो दिन नंबर वन ट्रेंड में शामिल रहा.


रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''31 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के 500 जगहों से अलग अलग तरह के चौकीदारों से बात करेंगे, ये वो लोग हैं जिन्होंने मैं भी चौकीदार हूं अभियान से जुड़ने की शपथ ली है. इसमें कार्यकर्ता , एनडीए के लीडर, प्रोफेशनल, किसान, स्वच्छता कर्मचारी, रिटार्यड सैनिक, युवा और बहनें शामिल होंगी. प्रधानमंत्री संभवता दिल्ली से नहीं बल्कि देश में किसी अन्य जगह से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.''


प्रियंका-राहुल पर बीजेपी का हमला
कल राहुल गांधी बेंगलुरू में स्टार्टअप के लोगों से बात करने गए थे, वहां कुछ तकनीकि से जुड़े लोगों ने उनका विरोध किया और सवाल पूछने की कोशिश की, बाद में उन्होंने गिरफ्तार कर लिया गया. उन लोगों का गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में उत्साह वर्धक नारे लगाए थे. राहुल गांधी जेएनयू में टुकड़े गैंग के साथ खड़े थे, राहुल गांधी ने आजतक नहीं कि मुझसे लगती हो गई वहां नहीं जाना चाहिए था. दूसरी ओर वो उनकी बहन हमसे कह रहे हैं कि बोलने की आजादी छीनी जा रही है.''


रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''कुछ लोग कह रहे हैं कि चौकीदार अमीरों के लिए होता है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने गरीबों के करीब 12 लाख करोड़ रुपये लूटे, वही लोग “मैं भी चौकीदार हूं” पर टिप्पणी कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि 'मैं भी चौकीदार' अभियान से उनको परेशानी है जो बेल पर हैं, जिनके परिवार और संपत्तियां जांच के घेरे में हैं उन्हें परेशानी में हैं. जिनके पास छुपाने के लिए कुछ है वो परेशानी में हैं. जिनका पूरा परिवार जमानत पर उनको परेशानी है.