मनामा/बियारेत्ज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय बहरीन यात्रा का आज आखिरी दिन है. वह मनामा में एक विशेष समारोह में 200 साल पुराने भगवान श्री कृष्ण के मंदिर की पुनर्निर्माण परियोजना का आज शुभारंभ करेंगे. इस परियोजना पर 42 लाख डॉलर की लागत आएगी. मोदी बहरीन की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं.
मंदिर का नवनिर्मित ढांचा 45,000 वर्ग फुट में होगा और इसके 80 फीसदी हिस्से में कहीं अधिक श्रद्धालुओं के लिए जगह होगी. मंदिर से लगा एक ज्ञान केंद्र और एक संग्रहालय भी होगा. इस्लामिक देश बहरीन में बना यह कृष्ण मंदिर खड़ी क्षेत्र का सबसे पुराना हिन्दू मंदिर है.
राजकीय संरक्षण से बने इस हिंदू मंदिर को बहरीन का राज परिवार वर्षों तक संस्कृति संरक्षण की एक मिसाल के तौर पर भी दर्शाता रहा है. बहरीन के किंग शेख हमाद बिन ईसा अल खलीफा भी इस मंदिर के संरक्षण में रुचि दिखाते हैं. बहरीन के श्रीनाथजी मंदिर की स्थापना 1817 में थट्टाई (भाटिया) समाज ने की थी जो सिंध(अब पाकिस्तान) के इलाके से कारोबार के सिलसिले में आया था. बहरीन के केंद्र यानी मनामा में स्थित इस मंदिर की अहमियत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके आस-पास के इलाके को सरकार ने दिसम्बर 2015 में 'लिटिल इंडिया इन बहरीन' घोषित किया.
कृष्ण भक्ति के वल्लभ सम्प्रदाय से जुड़े इस मंदिर ने मार्च 2017 में अपनी स्थापना का 200वां वर्ष समारोह आयोजित किया. मंदिर का सम्बंध भारत में राजस्थान के नाथद्वारा स्थित प्रसिद्ध श्रीनाथजी मंदिर से भी है जिसकी स्थापना 1672 में हुई थी. मंदिर का प्रबंधन बहरीन में थट्टाई व्यापारी संघ की 9 सदस्यीय टीम करती है.
थट्टा सिंध(मौजूदा पाकिस्तान) का कारोबारी वर्ग है जो वर्षों से बहरीन से व्यापारिक रिश्ते रखता है. बहरीन की यात्रा पूरी करने के बाद मोदी आज फिर फ्रांस के बियारेत्ज जायेंगे. जहां वह राष्ट्रपति मैक्रों के आमंत्रण पर पर्यावरण, जलवायु, समुद्र और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर होने वाले सत्रों में बिआरित्ज सहयोगी के तौर पर जी7 सम्मेलन की बैठकों में हिस्सा लेंगे.