नई दिल्लीः पीएम मोदी आज आईटी प्रोफेशनल्स के साथ टाउन हॉल कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम का नाम "सेल्फ फ़ॉर सोसायटी" यानी "मैं नहीं हम" दिया गया है. पीएम मोदी इस कार्यक्रम के ज़रिए देश भर के एक लाख आईटी प्रोफेशनल के सवालों का सीधे जवाब देंगे. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आईटी प्रोफेशनल के साथ टाउन हाल कार्यक्रम की जोरदार तैयारी है. इस हाल में पीएम मोदी देश भर के एक लाख आईटी प्रोफेशनल के साथ सीधे संवाद करेंगे. स्टेडियम के बीचों-बीच पीएम टहलते हुए संवाद करेगे.


इस मौके पर पीएम मोदी "सेल्फ फ़ॉर सोसाइटी" पोर्टल और एप लांच करेगे. इस पोर्टल पर आईटी प्रोफेशनल अपने सामाजिक जिम्मेदारी से जुड़े कार्यो को पोस्ट कर सकेंगे. इन कार्यो के गुडनेस पॉइंट मिलेंगे. पीएम चाहते हैं कि दुनिया भर में आईटी प्रोफेशनल्स ने जिस तरह से भारत का झण्डा ऊंचा किया है उसी तरह वे देश में बड़े बदलाव की बागडोर वे खुद भी संभालें. आईटी के ज़रिए आम आदमी को मिलने वाली 300 ऐसी सुविधाएं हैं जो अब घर बैठे एक क्लिक पर मिल जाती है. अब इससे आगे जाकर आईटी प्रोफेशनल समाज के बदलाव में सक्रिय भागीदारी करें इसके लिए पीएम मोदी "सेल्फ फ़ॉर सोसाइटी" कार्यक्रम के ज़रिए आह्वान करेगे. अभी तक आईटी सेक्टर सीएसआर फण्ड के ज़रिए सामाजिक भागीदारी करता है लेकिन पीएम चाहते हैं कि आईटी सेक्टर के प्रोफेशनल "मैं से हम" की ओर बढ़े और सामाजिक बदलाव में खुद सक्रिय होकर छोटे-छोटे समूह के ज़रिए बड़ी भूमिका निभाएं.


पीएम मोदी का मानना है कि पिछले चार सालों में आईटी सेक्टर, बंगलोर -हैदराबाद- गुड़गांव से निकल कर देश भर के छोटे-छोटे 125 शहरों तक पहुंचा है. बीपीओ के ज़रिए आईटी सेक्टर ने भारत के छोटे शहरों में रोजगार के बड़े अवसर पैदा किये हैं लेकिन आईटी सेक्टर के युवाओं को अब इस दायरे से बाहर निकल कर सामाजिक तौर पर भी सक्रिय होना चाहिए. इसके विज़न को पीएम इस कार्यक्रम में विस्तार से रखेगे. माना जा रहा है की पीएम इस कार्यकम के ज़रिए सामाजिक ज़िम्मेदारी की भावनाओ से ओतप्रोत, ईमानदार युवाओं की फौज को तैयार करना चाहते हैं जो सामाजिक बदलाव में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.