पीएम मोदी ने बांग्ला नव वर्ष 'पोइला बोइशाख' की शुभकामनाएं दीं, जानें कैसे मनाया जाता है पर्व
पोइला बोइशाख जिसे बंगला नोबोबोरशो के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन से बंगाली कैलेंडर की शुरुआत होती है. बंगाली समुदाय के लोग इस दिन को नए साल के रूप में मनाते हैं.
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को देश और दुनिया भर में फैले बंगाली समुदाय को बांग्ला नव वर्ष 'पोइला बोइशाख' की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर उनके उत्तम स्वस्थ व सुख-समद्धि की कामना की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''बंगाल के लोगों का प्यार और उत्साह मन को छू जाता है. भारत और दुनिया भर में फैले बंगाली समुदाय के सभी लोगों को पोइला बोइशाख पर बधाई! नया वर्ष आप सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और उत्तम स्वस्थ लेकर आए.''
Greetings on Poyla Boishakh.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 15, 2021
Shubho Nabo Barsho! pic.twitter.com/ctH3S5WcMb
बैशाख महीने का पहला दिन बंगाली समुदाय के लिए खास स्थान रखता है. इस दिन को बंगाली समुदाय 'पोइला बोइसाख' यानि नव वर्ष के रूप में धूमधाम से मनाते हैं. पोइला बोइशाख, जिसे बंगला नोबोबोरशो के नाम से भी जाना जाता है. यह बंगाली कैलेंडर का पहला दिन होता है.
कैसे मनाया जाता है पर्व
आमतौर पर यह दिन हर साल 14 अप्रैल या 15 अप्रैल को मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 15 अप्रैल को पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम में बंगाली समुदाय द्वारा मनाया जा रहा है.
इस दिन बंगाली समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर पूजा-पाठ करते हैं. इस दिन से ही बंगाली व्यापारी अपने व्यापार का लेखा-जोखा शुरू करते हैं. इस दिन बंगाली समुदाय के लोगों के घरों में कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं.
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