इस कविता को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा,''आज सुबह मैंने गुजराती में एक कविता साझा की थी. कुछ साथियों ने इसका हिन्दी में अनुवाद कर मुझे भेजा है. उसे भी मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं.''
इससे पहले पीएम मोदी ने नए साल के मौके पर भई एक कविता शेयर की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस कविता का शीर्षक 'अभी तो सूरज उगा है' दिया था और लोगों को एक नई आशा की किरण जगाई है कि कई मुश्किलों से गुजरने के बाद नई रोशनी सभी के जीवन में आती है. हालांकि अभी भी दुनिया के लोग कोरोना वायरस की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन फिर भी नए साल को लेकर लोगों में कई उम्मीदें हैं.