धोनी के रिटायरमेंट पर पीएम मोदी ने लिखा लेटर, हेयर स्टाईल से लेकर साक्षी-जीवा तक पर की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा इमोशनल खत, धोनी ने तारीफ और शुभकामनाओं के लिए कहा शुक्रिया
नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी का इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पत्र लिखकर उनकी तारीफ की और आगे जीवन के लिए शुभकामनाएं दी. पत्र में पीएम मोदी ने धोनी के जीवन के कई अहम पलों को याद किया. विशेष रूस से वर्ल्ड कप टी 20 2007 और 2011 में उनके योगदान को सराहा है. पीएम मोदी ने पत्र में धोनी के हेयर स्टाइल से लेकर उनकी बेटी जीवा के साथ बॉन्डिंग पर भी जिक्र किया है.
एमएस धोनी ने ये पत्र टि्वटर पर शेयर कर पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है. धोनी ने कहा, "हर एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को तारीफ की कामना होती है. वो चाहते हैं कि उनकी मेहनत और बलिदान के बारे में हर कोई जानें. आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी."
An Artist,Soldier and Sportsperson what they crave for is appreciation, that their hard work and sacrifice is getting noticed and appreciated by everyone.thanks PM @narendramodi for your appreciation and good wishes. pic.twitter.com/T0naCT7mO7
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) August 20, 2020
पत्र में मोदी ने क्या लिखा मोदी ने धोनी को लिखा, 'आप भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कप्तानों में शामिल हैं. क्रिकेट के इतिहास में आपका नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों, सर्वश्रेष्ठ कप्तानों और सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर्स में रहेगा. मैच के दौरान मुश्किल स्थिति में सभी की आप पर निर्भरता और मैच को खत्म करने का आपका स्टाइल पीढ़ियों तक लोगों को याद रहेगा, खास तौर से वर्ल्ड कप फाइनल 2011 का.'
मोदी ने आगे लिखा, 'एमएस धोनी नाम सिर्फ आंकड़ों के लिए याद नहीं किया जाएगा, न ही किसी एक क्रिकेट मैच को जिताने के लिए.. आपको सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में देखना गलत होगा. आप एक युग थे.'
पीएम मोदी का ये लेटर आम लोगों के लिए सीख भी है. मोदी ने लिखा, "आप एक छोटे से शहर निकलकर आए और देश की पहचान बन गए. आपकी सफलता ने देश के करोड़ों युवाओं के हिम्मत और प्रेरणा दी. आप में नए भारत की आत्मा झलकती है, जहां युवाओं की किस्मत उनका परिवार का नाम तय नहीं करता, बल्कि युवा खुद अपना मुकाम और नाम हासिल करते हैं. हम कहां से आए हैं, यह ज्यादा मायने नहीं रखता. महत्वपूर्ण ये है कि हमें मालूम होना चाहिए कि हम किस दिशा में जा रहे हैं. आपने यही भावना दिखाकर कई युवाओं को प्रेरित किया है."
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