BRICS Summit: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (China President XI Jinping) के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 23-24 जून 2022 को वर्चुअल फॉर्मेट (virtual formate) में हिस्सा लेंगे. इस बार BRICS सम्मेलन का आयोजन चीन कर रहा है. यह 14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) है. इसमें 24 जून को अतिथि देशों के साथ वैश्विक विकास पर एक उच्च स्तरीय वार्ता (A High Level Dialogue) में पीएम मोदी शामिल होंगे. ब्रिक्स शिखर बैठक के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस से राष्ट्रपति पुतिन मिलेंगे.
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान पहली बार हो रही ब्रिक्स की शिखर बैठक की अगुवाई चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग करेंगे. शिखर बैठक के दौरान 24 जून को वैश्विक विकास पर भी वार्ता का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा. बैठक से पहले 22 जून को होने वाली ब्रिक्स बिज़नेस बैठक के लिए भी प्रधानमंत्री अपना विडियो रिकॉर्डेड संदेश देंगे. ब्रिक्स देशों के 14वें शिखर सम्मेलन में आतंकवाद के ख़िलाफ़ प्रभावी कार्रवाई, वाणिज्य, स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि से लेकर पारंपरिक दवाओं समेत अनेक विषयों पर सहयोग को लेकर बात होगी. इसके अथवा वैश्विक संस्थाओं में सुधार और कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में आपसी सहयोग जैसे मुद्दों पर भी वार्ता होगी.
BRICS में आते हैं ये देश
ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का 14वां शिखर सम्मेलन 23 जून को बीजिंग में डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जाएगा. चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह घोषणा की. इस साल BRICS की अध्यक्षता चीन करेगा. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो एवं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के भी भाग लेने की उम्मीद है.
शिखर सम्मेलन डिजिटल माध्यम से होगा
चीन (China) के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता (Foreign Ministry spokesperson) हुआ चुनयिंग (Hua Chunying) ने एक बयान में कहा था कि शिखर सम्मेलन डिजिटल माध्यम (Digital Medium) से आयोजित किया जाएगा. शिखर सम्मेलन का विषय "उच्च गुणवत्ता वाली ब्रिक्स साझेदारी को बढ़ावा देना, वैश्विक विकास के लिए एक नए युग की शुरुआत" है. शिखर सम्मेलन से पहले, चीन ने ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की बैठक सहित कई प्रारंभिक बैठकें कीं. भारत के एनएसए अजित डोभाल ने वीडियो लिंक के जरिए ब्रिक्स के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में हिस्सा लिया था.
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