नई दिल्ली: शेल कंपनियों यानी फर्जी कंपनियों पर पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक की है. आर्थिक भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने में जुटे पीएम मोदी ने कल खुलासा किया कि जीएसटी लागू होने से पहले एक लाख शेल कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है. पीएम मोदी ने बड़े नेताओं, और बड़ी हस्तियों के आर्थिक अपराध पर हथौड़ा चलाय़ा है.

नेताओं की कंपनियों को फायदा पहुचाएं जाने के आरोप

इन कंपनियों के जरिए कई बड़े नेताओं की कंपनियों को फायदा पहुचाएं जाने के आरोप हैं. वहीं इन कंपनियों के जरिए रिश्वत दिए जाने के कुछ मामलों की भी जांच जारी है, जिनमें एक पार्टी की तो बाकायदा एक राज्य में सरकार भी हैं.

देश के चार्टड एकाउंटेंट को PM मोदी की खरी-खरी, कहा- 'अगर आप नहीं बचाएंगे तो कोई नहीं करेगा टैक्स चोरी'

क्या होती है शेल कंपनी

दरअशल शेल कंपनी काले धन को सफेद करने के कॉरपोरेट तरीके को कहते हैं. ऐसी कंपनी जो सामान्य कंपनी की तरह मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स में रजिस्टर्ड होती है. कंपनी में निदेशक होते हैं, लेकिन ज्यादातर का कोई दफ्तर नहीं होता. कोई कारोबार नहीं होता. कोई कर्मचारी नहीं होता. लेकिन कागज पर कंपनी लाखों-करोड़ों का कारोबार करने वाली दिखती है.



कंपनी के शेयर ट्रांसफर के जरिए सारा गोलमाल होता है. शेल कंपनी के शेयर आम तौर पर ऊंचे भाव में बेचे या खरीदे जाते हैं, लेकिन कंपनी शेयर बाजार में कारोबार नहीं करती है. अब इन पर पीएम मोदी की नजर है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘’एक तरफ पूरी सरकार, मीडिया और व्यापारी जगत का ध्यान 30 तारीख को रात 12 बजे पर था. लेकिन, इससे 48 घंटे पहले ही एक लाख फर्जी कंपनियों पर ताला लगा दिया गया है.’’

प्रधानमंत्री कार्यालय में शैल कंपनियों पर बनी विशेष टास्क फोर्स के पास मौजूद रिकार्ड के मुताबिक, देश भर में लगभग 15 लाख कंपनियां रजिस्टर्ड हैं और इन कंपनियों में से लगभग नौ लाख कंपनियां अपना वार्षिक आयकर रिटर्न नहीं भर रही हैं. शक है कि इन्हीं कंपनियों के जरिए कुल काले धन का लगभग 50 प्रतिशत काले से सफेद किया जाता है औऱ कुछ जगहों पर इन कंपनियों का इस्तेमाल रिश्वत देने के लिए भी किया गया है.



सरकार ने अभी तक उन 37 हजार शेल कंपनियों की पहचान की है जो पैसे इधर से उधर करती हैं. तीन लाख कंपनियां सरकार की सघन जांच के घेरे में हैं. नोटबंदी के दिनों में शेल कंपनियों के जरिए काले धन वालों ने खूब खेल खेलकर सरकार की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की. नवंबर से दिसंबर के बीच 1238 करोड़ रुपये कैश शेल कंपनियों में जमा हुए.

शैल कंपनियो के खिलाफ जांच एजेंसियो की कार्रवाई जारी है और ईडी ने तो इन कंपनियों के जनक कहे जाने वाले चार्टेड एकाउटेंटो के खिलाफा बाकायदा मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारियां भी शुरू कर दी हैं. आने वाले दिनो में सरकार कई और कड़े कदम उठाने जा रही है.



कई VIP लोगों पर भी शैल कंपनी यानी नकली कंपनी के सहारे काले धन के सफेद करने का आरोप है

  • पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम

  • लालू के बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप और बेटी मीसा भारती.

  • सोनिया गांधी और राहुल गांधी

  • अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी

  • महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल