नई दिल्ली: जहां एक ओर राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने की बात चल रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की सहयोगी पार्टी जेडीएस ने कहा है कि विपक्ष लोकसभा चुनाव के बाद पीएम उम्मीदवार नाम तय करे.
जेडीएस महासचिव दानिश अली ने कहा कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार लोकसभा चुनाव के बाद तय किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे पहले वीपी सिंह को भी लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नियुक्त किया गया था. इसी तरह 1996 में भी लोकसभा चुनाव के बाद यूनाइटेड फ्रंट बना था और एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री बने थे. यूपीए 1 के समय मनमोहन सिंह को चुनाव के बाद प्रधानमंत्री घोषित किया गया था.
अली ने कहा कि मल्टी-पार्टी डेमोक्रेसी में चुनाव के बाद ही प्रधानमंत्री तय किया जाता है. सभी विपक्षी दलों को चुनाव के बाद आम सहमति के साथ प्रधानमंत्री तय करना चाहिए.
बता दें कि दानिश अली ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और जेडीएस को साथ लाने और सरकार बनाने में मुख्य भूमिका निभाई थी. अली ने यह भी कहा कि बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस के बिना थर्ड फ्रंट की कल्पना नहीं की जा सकती है.
इस बीच उन्होंने बीजेपी पर हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में 31 प्रतिशत वोट पा कर बीजेपी विपक्ष मुक्त भारत बनाने का सपना देख रही है. अली ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस को कर्नाटक की 28 सीटों में से 25 से ज्यादा सीटें मिलेंगी.