नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 70 साल के हो गए. पीएम मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था. पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर 14 सितंबर से बीजेपी एक सप्ताह सेवा कार्यों का संचालन कर रही है. राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश, जिला और मंडल स्तर पर सेवा कार्य किए जा रहे हैं.


बीजेपी ने प्रधानमंत्री मोदी के 70वें जन्मदिन के मौके पर हर मंडल में कम से कम 70 जरूरतमंदों की सेवा करने के निर्देश दिए हैं. दिव्यांगों के लिए भी शिविर आयोजित कर उन्हें जरूरी उपकरण दिए जाएंगे. प्रत्येक जिले में 70 स्थानों पर स्वच्छता का कार्यक्रम, फलों का वितरण, अस्पतालों में मरीजों की देखभाल और रक्तदान के कार्यक्रम होंगे.


इसके अलावा बीजेपी दफ्तर में कल सुबह 10 बजे पार्टी कार्यकर्ता केक काटेंगे. कल शाम 4 बजे चांदनी चौक में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा दिव्यांगों को 70 उपकरण वितरित करेंगे.


पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर नेशनल और इंटरनेशनल कलाकारों की ओर से दोपहर 12 बजे एक वर्चुअल प्रस्तुति दी जाएगी. दोपहर 12.30 बजे, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थियों के मजलिस पार्क कैम्प, आदर्श नगर, नई दिल्ली के बीच सिलाई मशीन, ई-रिक्शा और भोजन सामग्री वितरित करेंगे. वहीं पीएम मोदी के जन्मदिन से पहले तमिलनाडु के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 70 किलो का लड्डू श्री कामाक्षी अम्मन मंदिर में चढ़ाया. इसके बाद इसे कोयंबटूर के लोगों में बांटा.


अपने पिछले जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी गृहराज्य गुजरात गए थे. सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की महाआरती में हिस्सा लिया था. वहीं अपना 68वां जन्मदिन उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी में मनाया था.


नरेंद्र मोदी सात भाई-बहनों में बीच के हैं. उनसे बड़ी एक बहन और दो भाई, तो उनसे छोटे दो भाई और एक बहन हैं. सबसे बड़ी बहन हैं शारदाबेन, उसके बाद सोमभाई फिर अमृतभाई. नरेंद्र मोदी से छोटे हैं प्रह्लादभाई, उसके बाद बसंतीबेन और फिर पंकज मोदी हैं.


पीएम मोदी का राजनीतिक पर एक नजर


गुजरात के मुख्यमंत्री पद से लेकर नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री पद तक का सफर तय किया. नरेन्द्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. बचपन से ही उनका संघ की तरफ खासा झुकाव था और गुजरात में आरएसएस का मजबूत आधार भी था. वे 1967 में 17 साल की उम्र में अहमदाबाद पहुंचे और उसी साल उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता ली. इसके बाद 1974 में वे नव निर्माण आंदोलन में शामिल हुए. इस तरह सक्रिय राजनीति में आने से पहले मोदी कई वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे.


पहली बार साल 2001  में मिली गुजरात की कमान


2001 में केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद मोदी को गुजरात की कमान सौंपी गई. दिसंबर 2002 के विधानसभा चुनावों में पीएम मोदी ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनावों में और फिर 2012 में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी गुजरात चुनावों में जीती.


2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने


साल 2014 में वे प्रधानमंत्री पद की कुर्सी पर काबिज हुए. बीजेपी ने अकेले दम पर 282 सीटों पर जीत दर्ज की. इतना ही नहीं एक प्रत्याशी के रूप में पीएम मोदी ने देश की दो लोकसभा सीटों वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ा और दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से विजयी हुए. 2019 लोकसभा चुनाव की जीत 2014 से काफी बड़ी थी. इस चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की. 30 मई 2019 को उन्होंने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.


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