PM Modi on Manipur Foundation Day: मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा आज अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं. 21 जनवरी 1972 को इन्हें पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मणिपुर की जनता को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट को एक्ट ईस्ट पॉलिसी का सेंटर बनाने के जिस विजन को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, उसमें मणिपुर की भूमिका अहम है. आपको पहली पैसेंजर ट्रेन के लिए 50 साल का इंतज़ार करना पड़ा. इतने दशकों बाद रेल का इंजन मणिपुर पहुंचा है, यही डबल इंजन की सरकार का कमाल है.
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- मणिपुर ने बीते 50 सालों में बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं. हर तरह के समय को सभी मणिपुर वासियों ने एकजुटता के साथ जीया है, हर परिस्थिति का सामना किया है. यही मणिपुर की सच्ची ताकत है.
- मुझे बहुत खुशी होती है कि आज मणिपुर अपना सामर्थ्य, विकास में लगा रहा है, यहां के युवाओं का सामर्थ्य विश्व पटल पर निखर कर आ रहा है. आज जब हम मणिपुर के बेटे-बेटियों का खेल के मैदान पर जज्बा और जुनून देखते हैं, तो पूरे देश का माथा गौरव से ऊंचा हो जाता है.
- मणिपुर में बेसिक सुविधाएं पहुंचने में दशकों लगे, लेकिन अब मणिपुर की कनेक्टिविटी पर तेजी से काम हो रहा है. आज हजारों रुपये की कनेक्टिविटी के प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम किया जा रहा है.
- जिन ताकतों ने लंबे समय तक मणिपुर के विकास को रोके रखा, उनको फिर सिर उठाने का अवसर ना मिले, ये हमें याद रखना है. अब हमें आने वाले दशक के लिए नए सपनों, नए संकल्पों के साथ चलना है. मैं विशेष रूप से युवा बेटे-बेटियों से आग्रह करुंगा कि आपको आगे आना है.
- 50 साल की यात्रा के बाद आज मणिपुर एक अहम पड़ाव पर खड़ा है. मणिपुर ने तेज विकास की तरफ सफर शुरू कर दिया है. जो रुकावटें थी वो अब हट गई हैं, यहां से अब हमें पीछे मुड़कर नहीं देखना है.
बता दें, भारत के संघीय इतिहास में 21 जनवरी का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इस दिन मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के रूप में तीन राज्यों का उदय हुआ था. पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को अलग राज्य बने पांच दशक हो गए हैं. पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को 21 जनवरी 1972 को अलग राज्य का दर्जा दिया गया था.
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