पीएम नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मंगलवार को महिला संतों के समाज में योगदान को लेकर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपनी सरकार में महिलाओं के लिए हुए कामों के बारे में भी बताया.
कच्छ में आयोजित इस समारोह के वर्चुअल संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, नारी, नीति, निष्ठा, निर्णय शक्ति और नेतृत्व की प्रतिबिंब होती है. इसलिए, हमारे वेदों ने हमारी परंपरा ने ये आह्वान किया है कि नारियां सक्षम हों, समर्थ हों और राष्ट्र को दिशा दें. उत्तर में मीराबाई से लेकर दक्षिण में संत अक्का महादेवी तक, भारत की देवियों ने भक्ति आंदोलन से लेकर ज्ञान दर्शन तक समाज में सुधार और परिवर्तन को आवाज दी है.
पीएम मोदी ने आगे कहा, जो राष्ट्र इस धरती को मां स्वरूप मानता हो, वहां महिलाओं की प्रगति राष्ट्र के सशक्तिकरण को हमेशा बल देती है. आज देश की प्राथमिकता, महिलाओं का जीवन बेहतर बनाने पर है. आज देश की प्राथमिकता, भारत की विकास यात्रा में महिलाओं की संपूर्ण भागीदारी में है.
गिनाईं सरकार की उपलब्धियां
- सेमिनार में पीएम मोदी ने कहा, बहनें-बेटियां आगे बढ़ सकें, अपने सपने पूरे कर सकें, अपना कुछ काम शुरू कर सकें, इसके लिए सरकार उन्हें आर्थिक मदद भी दे रही है.‘
- स्टैंडअप इंडिया’ के तहत 80 प्रतिशत से ज्यादा लोन महिलाओं के नाम पर हैं. मुद्रा योजना के तहत करीब 70 प्रतिशत लोन हमारी बहनों-बेटियों को दिए गए हैं. हमने मैटरनिटी लीव को 12 हफ्तों से बढ़ाकर 26 हफ्ते किया है.
- हमने वर्क प्लेस पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए हैं. बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों पर फांसी जैसी सजा का भी प्रावधान किया है. बेटे-बेटी को एक समान मानते हुए सरकार बेटियों के विवाह की आयु को 21 वर्ष करने की भी कोशिश कर रही है.
- उन्होंने कहा, आज देश सेनाओं में भी बेटियों को बड़ी भूमिकाओं को बढ़ावा दे रहा है. सैनिक स्कूलों में बेटियों के दाखिले की शुरुआत हुई है. 'Vocal for Local' अर्थव्यवस्था से जुड़ा बड़ा विषय बन गया है, लेकिन इसका महिला सशक्तिकरण से बहुत गहरा संबंध है. ज़्यादातर स्थानीय उत्पादों की ताकत महिलाओं के हाथों में होती है.
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