चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग लिया. पीएम मोदी ने  चेन्नई में हवाईअड्डे पर बीजेपी की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश को महान बनाना केवल केंद्र सरकार का काम नहीं है बल्कि यह 130 करोड़ नागरिकों की भी जिम्मेदारी है. उन्होंने तमिल भाषा की भी तारीफ की.


पिछले सप्ताह अमेरिकी यात्रा के दौरान अपने संबोधन में तमिल में की गई टिप्पणियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने यह संकेत दिया कि यह दुनिया की एक ‘‘प्राचीन भाषा’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘अब अमेरिका में तमिल भाषा की आवाज गूंज रही है.’’


बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस पर 'एक राष्ट्र, एक भाषा' की बात कही थी. जिसके बाद गैर हिंदी भाषी प्रदेशों में इस बयान पर राजनेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. तमिलनाडु में डीएमके, सत्तारूढ़ एआईएडीएमके, रजनीकांत और कमल हासन ने कहा था कि हमपर हिंदी नहीं थोपा जा सकता है.


अमित शाह ने ट्वीट किया था, ''एक ऐसी भाषा का होना बहुत जरूरी है जो दुनिया में भारत की पहचान बन जाए. अगर एक भाषा आज देश को एकजुट कर सकती है, तो यह व्यापक रूप से बोली जाने वाली हिंदी भाषा है.'' पीएम मोदी का तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम और कैबिनेट मंत्रियों ने हवाईअड्डे पर स्वागत किया.


अमित शाह के बयान पर रजनीकांत ने कहा, 'हिंदी थोपना लोगों को स्वीकार नहीं'


प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आईआईटी-मद्रास’ में ‘सिंगापुर इंडिया हैकाथन 2019’ को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम दो बड़े कारणों से नवोन्मेष (नई खोज) को प्रोत्साहित कर रहे हैं. पहला कारण यह है कि हम भारत की समस्याओं को सुलझाने के लिए आसान समाधान चाहते हैं ताकि जीवन सरल हो सके.’’


उन्होंने कहा कि भारत 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है और नवोन्मेष और स्टार्टअप इसमें अहम भूमिका निभाएंगे.


पीएम मोदी ने आईआईटी मद्रास के 56वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को भी संबोधित किया. पीएम ने इस दौरान अपने अमेरिकी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उच्च स्तरीय बैठकों में हर जगह नए भारत को लेकर आशावाद का उल्लेख हुआ.


IIT Madras के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे PM Modi, एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत


उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्वस्तर पर अपनी छाप छोड़ी है. उन्होंने आईआईटी मद्रास के दीक्षांत समारोह में कहा कि ये छात्र ऐसे समय में स्नातक उत्तीर्ण हो रहे हैं ‘‘जब दुनिया भारत को अद्वितीय अवसरों के देश के रूप में देख रही है.’’


मोदी ने कहा, ‘‘मैं अभी अमेरिका से लौटा हूं. इस यात्रा के दौरान मैंने कई राष्ट्राध्यक्षों, उद्योगपतियों, नवोन्मेषकों, निवेशकों से मुलाकात की. इन सभी के साथ बातचीत के दौरान, भारत को लेकर आशावाद और भारत के युवकों की क्षमताओं में विश्वास का उल्लेख हुआ.’’


उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने पूरे विश्व में एक छाप छोड़ी है... विशेषकर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नई खोज के क्षेत्र में. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वालों में कई ‘‘आपके आईआईटी सीनियर्स हैं.’’ मोदी ने कहा, ‘‘ आप भारत के ब्रैंड को विश्वस्तर पर मजबूत बना रहे हैं.’’


मोदी ने छात्रों से कहा, ‘‘ आप जहां मर्जी काम करें, जहां मर्जी रहें, अपनी मातृभूमि की आवश्यकताओं को ध्यान में रखें. सोचें कि आपका काम, नवाचार (नवीकरण) और अनुसंधान एक साथी भारतीय की मदद कैसे कर सकता है.’’