न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस द्वारा आयोजित जलवायु शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन की चुनौती के खिलाफ अपनी सरकार की कोशिशों का रिपोर्टकार्ड पेश किया. जलवायु परिवर्तन पर दुनिया को आगाह करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब बातों का समय खत्म हो गया है, दुनिया को अब एक्शन लेने की जरूरत है.





पीएम मोदी ने कहा कि इस साल भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमने सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए आंदोलन शुरू किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''इस वर्ष भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर हमने सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति के लिए जन आंदोलन का आह्वान किया है। इससे वैश्विक स्तर पर सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता और बढ़ेगी.'' इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हम 2022 तक रिन्यूबल एनर्जी में अपनी कैपसिटी को 1075 गिगावाट तक ले जा रहे हैं और आगे हम इसे 450 गिगावाट तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''हमने जल संरक्षण के लिए 'जल जीवन मिशन' की शुरुआत की है, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर भी काम किया है. अगले कुछ सालों मे भारत जल संरक्षण के कामों पर 50 मिलियन डॉलर खर्च करेगा.'' उन्होंने कहा कि लालच नहीं जरूरत, ये हमारे मार्गदर्शक मूल्य हैं. हम यहां पर केवल गंभीर बातें ही नहीं, साथ ही प्रैक्टिकल अप्रोच के साथ आएं हैं.