PM Modi JK Leaders Meeting: जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम मोदी की बैठक खत्म, महबूबा मुफ्ती ने पाक से बातचीत की मांग दोहराई | जानें किसने क्या कहा

प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में जम्मू-कश्मीर को लेकर अहम बैठक हो गई है. इसमें जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेता शामिल हुए. दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर ये बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली.

एबीपी न्यूज Last Updated: 24 Jun 2021 08:07 PM
पीएम मोदी ने साथ मिलकर काम करने का भरोसा दिया- रविंद्र रैना

पीएम द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा, “पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सभी नेताओं को विश्वास दिलाया है कि जम्मू-कश्मीर के उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी मिलकर कार्य करेंगे. जम्मू-कश्मीर की मजबूती और जनता की भलाई के लिए हर कार्य किया जाएगा जिससे लोगों का भला हो.”

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी जगह विकास पहुंचे इसके लिए साझेदारी हो. विधानसभा चुनाव के लिए डिलिमिटेशन की प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करना होगा ताकि हर क्षेत्र प्राप्त राजनीतिक प्रतिनिधित्व विधानसभा में प्राप्त हो सके.”

महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान से बातचीत की बात दोहराई

पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बहुत ही अच्छे माहौल में बात हुई. 5 अगस्त 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर के लोग बहुत मुश्किल में हैं. 370 को गैरकानूनी तरीके से हटाया गया. उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल हो. मैं फिर कह रही हूं कि पाकिस्तान से बातचीत हो. लोगों की भलाई के लिए पाकिस्तान से भी बात हो.” महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के सुकून के लिए पाकिस्तान से बातचीत हो. हमारा जो व्यापार रुक गया है उसको लेकर भी पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए.

जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले- उमर अब्दुल्ला

उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर को जो केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया वो चाहे जम्मू के लोग हों या कश्मीर के, इसे पसंद नहीं करते हैं. वहां के लोग चाहते हैं कि फौरी तौर पर जम्मू-कश्मीर को रियासत का दर्जा दिया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान पड़ोसी देश है, बातचीत भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि पाकिस्तान से बातचीत हो रही है. बंद कमरे में ही ही पाक से बातचीत हो रही है.” उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक मुलाकात से दिल की दूरी कम नहीं होगी. दिल्ली और दिल की दूरी कम करने की पहल अच्छी है.

पीएम से कहा कि हम 5 अगस्त 2019 को लिए गए फैसले से असहमत हैं- उमर अब्दुल्ला

पीएम मोदी की बैठक में शामिल होने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि हमने प्रधानमंत्री से कहा कि अच्छा होता इस तरह की बैठक अगर 5 अगस्त 2019 से पहले भी बुलाई गई होती, क्योंकि जो फैसले लिए गए थे वो वहां के लोगों और चुने हुए नुमाइंदों की राय लिए बिना किए गए. लेकिन जो हुआ सो हुआ. हमें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने अपनी बात रखने का मौका मिला. क्योंकि इस मीटिंग में कोई एजेंडा नहीं था इसलिए खुलकर हमने अपनी बातें सामने रखीं. हमने प्रधानमंत्री के सामने कहा कि 5 अगस्त 2019 को जो फैसला किया गया हम उसके साथ नहीं हैं. हम उस फैसले से समहत नहीं हैं. हम उसे कबूल करने के लिए तैयार नहीं हैं. लेकिन उस फैसले की मुखालफत में हम कानून को हाथ में लेने के लिए भी तैयार नहीं हैं. इस मुल्क से संविधान की तरफ से हमें जो इजाजत दी जाती है, अदालत का इस्तेमाल करने की, हम अदालत जाकर इस फैसले के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ेंगे.

दिल्ली की दूरी और दिल की दूरी कम होगी- पीएम मोदी

जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ हुई बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए वचनबद्ध हैं. दिल्ली की दूरी और दिल की दूरी कम होगी. परिसीमन की प्रक्रिया के बाद चुनाव होगा.

कांग्रेस ने सरकार के सामने पांच मांगें रखीं- गुलाम नबी आजाद

पीएम मोदी की बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने चर्चा के दौरान बताया कि जिस तरह से स्टेस डिजॉल्व हुआ वो नहीं होना चाहिए था. चुने गए प्रतिनिधियों से पूछे बगैर ये किया गया. लेकिन सभी चीजें कहने के बाद हमने पांच बड़ी मांगे सरकार के सामने रखीं. हमने मांग रखी कि स्टेटहुड जल्दी देना चाहिए. हमने ये भी मांग की कि कश्मीर के पंडितों को वापस लाएं और उनके पुर्नवास में मदद करें. राजनीति से जुड़े हुए जो लोग (पॉलिटिक प्रिजनर्स) बंद हैं उन्हें छोड़ने की मांग की. हमने सरकार से कहा कि ये पूर्ण राज्य का दर्जा देने का माकूल वक्त है. विधानसभा चुनाव तत्काल हो ये बात भी रखी.

पीएम मोदी की बैठक में शामिल अल्ताफ बुखारी का बयान

पीएम मोदी की बैठक में शामिल हुए अल्फात बुखारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के परिसीमन पर बात हुई. सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने बैठक में आए सभी नेताओं को अपनी बात रखने का बराबर मौका दिया. बैठक में शामिल जम्मू-कश्मीर के सभी नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी. सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई.

पीएम मोदी की बैठक खत्म

जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की अहम बैठक खत्म हो गई. प्रधानमंत्री आवास पर ये बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक हुई. जम्मू-कश्मीर के आठ दलों के 14  नेताओं के साथ पीएम मोदी ने बैठक की.

कश्मीर भारत का आंतरिक मामला- विदेश मंत्रालय

जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की बैठक के बीच विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. पाकिस्तान से संबंधों को लेकर हम पुराने रुख पर कायम हैं. बातचीत के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाना होगा. पाकिस्तान बातचीत के लिए माहौल बनाए.

बैठक पर सैफुद्दीन सोज की प्रतिक्रिया

कांग्रेस के सीनियर नेता सैफुद्दीन सोज ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर सरकार ने बातचीत की जो पहल की है वो सही है. लेकिन सरकार को कश्मीर के लोगों की बात सुननी चाहिए. जिस तरह से 370 को हटाया गया है वो गलत है. महबूबा मुफ्ती के पाकिस्तान से बातचीत वाले बयान पर सोज ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है.

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

पीएम की बैठक पर एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि इस पहल का हमारी पार्टी स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि अंतत: पीएम मोदी ने संवाद में थोड़ा सा विश्वास तो दिखाया है. इसी विश्वास के चलते आज नेताओं को बुलाकर मीटिंग हो रही है. बातचीत कर रहे हैं ये अच्छी बात है. अगर यही बातचीत अगस्त 2019 में की होती तो कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं छीनना पड़ता. 370 हटने से कांग्रेस को एतराज नहीं है लेकिन जिस तरह से ये किया गया उसके ऊपर जरूर बात की है.

पीएम मोदी की बैठक का अपडेट

जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर सवा घंटे से अहम बैठक जारी है. बैठक में पहुंचे नेताओं का पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया. इसके साथ ही सभी नेताओं का फोटो सेशन भी हुआ. गौरतलब है कि इस बैठक में आठ दलों के 14 नेता शामिल हैं.

जम्मू-कश्मीर पर बैठक के बीच सीएम ममता का बयान

दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर जम्मू-कश्मीर को लेकर जारी अहम बैठक के बीच ममता बनर्जी का विवादित बयान सामने आया है. सीएम ममता ने कहा कि कश्मीर की आजादी नहीं छीननी चाहिए. सीएम ममता ने सवाल किया कि दो साल में बीजेपी नेता के सिवाय कोई भी कश्मीर नहीं जा सका. क्या सिर्फ बीजेपी देशभक्त है, बाकी सब आतंकवादी हैं?

बैठक पर पीडीपी की प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर पर जारी पीएम मोदी की बैठक पर एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान पीडीपी नेता रऊफ भट्ट ने कहा कि उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाएगा. यहां के लोगों को प्रधानमंत्री से उम्मीदें हैं. हम उम्मीद करते हैं कि बैठक में जो भी होगा वो अच्छा होगा.  

जम्मू-कश्मीर पर पीएम का ‘महामंथन’

जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम आवास पर हो रही इस बड़ी बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हैं. इसके अलावा रविंद्र रैना, कविंद्र गुप्ता और निर्मल सिंह भी इस चर्चा में शरीक हैं.

जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ पीएम की बैठक शुरू

जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ पीएम मोदी की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित 14 नेता शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा भी इस बैठक में मौजूद हैं.

बैठक से पहले फारूक अब्दुल्ला का बयान

पीएम मोदी की बैठक से पहले नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा, “मैं बैठक में जा रहा हूं. मैं वहां मांगों को रखूगां और फिर आपसे बात करूंगा. महबूबा मुफ्ती अपनी पार्टी की अध्यक्ष हैं, वो क्या कहती हैं इस पर मैं क्यों बोलूं.”

बैठक के लिए नेताओं का पहुंचना शुरू

पीएम की बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा प्रधानमंत्री आवास पहुंच चुके हैं. इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर और तारा चंद भी 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे.

बैठक से पहले क्या बोले उमर अब्दुल्ला

पीएम मोदी की बैठक से पहले उमर अब्दुल्ला ने कहा कि खुले दिमाग के साथ चर्चा में जा रहे हैं. किसी एजेंडे के साथ चर्चा में नहीं जा रहे हैं. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने चाहिए.”

जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के 14 नेताओं की 3 बजे पीएम मोदी से होगी मुलाकात

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के करीब दो साल बाद प्रधानमंत्री नई दिल्ली में घाटी के नेताओं की सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से केंद्र की यह पहली पहल है.

सर्वदलीय बैठक के मद्देनजर इंटरनेट बंद नहीं- जम्मू-कश्मीर पुलिस

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उन अफवाहों को खारिज किया है जिसमें बताया जा रहा था कि दिल्ली में हो रही सर्वदलीय बैठक के मद्देनजर इंटरनेट सुविधा को बंद या डाउनग्रेड कर दिया गया है. पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) विजय कुमार ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में हो रही बैठक के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश में इंटरनेट के बंद होने या इसकी गति धीमी होने की अफवाहों पर विराम लगा दिया.

उमर अब्दुल्ला पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के आवास पर पहुंचे

नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के आवास पर पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय राजधानी में जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई है.

सरकार की तरफ से बैठक में कौन कौन ?

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

  • गृहमंत्री अमित शाह

  • जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा

  • एनएसए अजीत डोभाल

  • पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा

  • गृहसचिव अजय भल्ला

  • अन्य उच्च अधिकारी

पीएम मोदी के साथ अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल की मीटिंग खत्म

प्रधानमंत्री आवास पर पीएम मोदी के साथ अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल की चल रही बैठक अब खत्म हो गई है. दोनों लोग प्रधानमंत्री आवास से निकल गए हैं. अब तीन बजे कश्मीरी नेताओं के साथ प्रधानमंत्री आवास पर बैठक होगी, जिसमें अमित शाह और अजीत डोभाल भी शामिल होंगे.

CPI-M नेता ने कहा- जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने से किसने रोका?

PM के साथ बैठक से पहले CPI-M नेता युसुफ तारीगामी ने कहा, "यहां विधानसभा चुनाव कराने से किसने रोका? हमारी आवाम के सामने यह भी मुद्दा है कि हमारी एकदूसरे से नाराजगी हो सकती है लेकिन हम अलग नहीं होना चाहते. सरकार ने बिना किसी से पूछे केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया और बांट दिया."

पीएम मोदी की बैठक के खिलाफ कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन

कश्मीरी पंडित प्रधानमंत्री की बैठक के खिलाफ एकजुट हो गए हैं. कश्मीरी पंडितों के संगठन ऑल इंडिया यूथ कश्मीरी समाज के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में इस बैठक के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि पिछले 3 दशकों से जम्मू कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनका तिरस्कार किया है और उन्हें सियासी मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया है. 

जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद से उनके आवास पर मुलाकात की. बता दें, कांग्रेस के तीन नेता गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर और ताराचंद सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे.

कश्मीरी नेताओं की बैठक से पहले गृहमंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री आवास पहुंचे

कश्मीरी नेताओं की बैठक से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री आवास पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और अमित शाह के बीच जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात हो सकती है. जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ तीन बजे बैठक शुरू होगी.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का महबूबा मुफ्ती पर निशाना

दिल्ली रवाना होने से पहले एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने महबूबा मुफ्ती पर हमला किया. पाकिस्तान वाले बयान पर बोलते हुए रैना ने कहा कि बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, गोली और बोली एक साथ नहीं चल सकते. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बात तभी हो सकती है जब पाकिस्तान अमन और भाईचारे की स्थापना करें और अपने सभी राज ने आतंकी शिविरों को बंद करे.

"जम्मू-कश्मीर की 25 विधानसभा सीटें बढ़ सकती हैं"

बीजेपी नेता सोनकर शास्त्री ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं की पीएम मोदी के साथ बैठक से पहला बढ़ा बयान दिया है. सोनकर ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन से एस-एसटी की करीब दो दर्जन सीटें बढ़ जाएंगी. जम्मू-कश्मीर की 25 विधानसभा सीटें बढ़ सकती हैं.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के जम्मू-कश्मीर नेताओं के साथ बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे.

प्रधानमंत्री की बैठक में कौन कौन से नेता शामिल होंगे?

  • नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला

  • उमर अब्दुल्ला

  • कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद

  • पीडीपी की महबूबा मुफ़्ती

  • बीजेपी के निर्मल सिंह, कविन्द्र गुप्ता और रविन्द्र रैना

  • पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन

  • पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह

  • सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी

  • जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी

पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष ने कहा- बैठक में लोगों के हक, इंसाफ के बारे में बोलना है

जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ PM की बैठक पर जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष भीम सिंह ने कहा, "मुझे आमंत्रित किया गया है. मान्यताप्राप्त पार्टियां को बुलाया गया है. लोगों के हक, इंसाफ, एकता, भाईचारा, भारत से मजबूती के बारे में बोलना है. चुनाव, लोकतंत्र, मानवाधिकार का सवाल है." 

श्रीनगर में अपने आवास से रवाना हुए फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के लिए श्रीनगर में अपने आवास से रवाना हो गए है. ये बैठक दोपहर तीन बजे नई दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर होनी है.

बैठक में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा ?

प्रधानमंत्री आवास पर दिन में 3 बजे बुलाई गई बैठक का फिलहाल एजेंडा गुप्त रखा गया है. लेकिन माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के विकास समेत परिसीमन व अन्य मुद्दों पर सरकार स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करेगी. 

पाकिस्तान की वकालत करने पर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ प्रदर्शन

पीएम मोदी के साथ होने वाली सर्वदलीय बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. ये प्रदर्शन महबूबा के पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान के खिलाफ हो रहा है. 22 जून को गुपकर एलायंस की बैठक के बाद महबूबा ने कहा था कि सरकार को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए. 

जम्मू कश्मीर के नेताओं को 370 के मुद्दे को अलग रखना चाहिए- अजमेर दीवान

अजमेर दरगाह के दीवान सैयद ज़ैनुल आबेदीन अली खान ने जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक नेताओं से अनुच्छेद 370 के मुद्दे को अलग रखने और केंद्र शासित प्रदेश के विकास के लिए केंद्र के साथ काम करने का आह्वान किया है. खान की यह टिप्पणी अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म करने के बाद जम्मू कश्मीर पर पहली सर्वदलीय बैठक से एक दिन पहले आयी है.

"जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव होना चाहिए"

जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा, "हम प्रधानमंत्री की इस बैठक का स्वागत करते हैं. बातचीत होना चाहिए. 370 हटाने से लोग जरूर नाराज हैं इसलिए सरकार को इसका कोई समाधान तो कश्मीर की जनता को देना चाहिए. जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव हो और इसके लिए डीलिमिटेशन का भी इंतजार ना करें. महबूबा मुफ्ती ने जो पाकिस्तान से बात करने का बयान दिया उसपर ज्यादा नहीं कहूंगा लेकिन कुछ लोग बस भावनाओं की सियासत करके लोगों को गुमराह करने का काम करते रहे है."

कांग्रेस के 3 नेता सर्वदलीय बैठक में होंगे शामिल

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'हम सर्वदलीय बैठक में हीं अपना रूख रखेंगे जब बैठक में हमारे सामने एजेंडा रखा जाएगा. क्योंकि अभी तक हममें से किसी को कोई एजेंडा नहीं दिया गया है. कांग्रेस से हम तीन लोग बैठक में शामिल होंगे. मैं, गुलाम अहमद मीर और ताराचंद.'

एबीपी न्यूज़ के पास है बैठक का एजेंडा

जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार तेज करने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को तीसरे पायदान पर पहुंचाने की गरज से ये बैठक बुलाई है. इस बैठक में कश्मीरी नेताओं के साथ जमीनी हकीकत और भविष्य की रूपरेखा का खाका खींचना पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा है. पीएम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद राज्य ने जो कुछ हासिल किया है और जो कुछ राज्य के विकास के लिए किया जा सकता है उस पर खुले मन से चर्चा हो.

बैकग्राउंड

Jammu Kashmir leaders Meet Live Updates: जम्मू-कश्मीर से धारा-370 खत्म होने के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर के आठ राजनीतिक दलों के 14 जनप्रतिनिधियों के साथ सीधे संवाद करेंगे. प्रधानमंत्री आवास पर दिन में 3 बजे बुलाई गई बैठक का फिलहाल एजेंडा गुप्त रखा गया है. लेकिन माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के विकास समेत परिसीमन व अन्य मुद्दों पर सरकार स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करेगी. 


बैठक में पीएम के अलावा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, एनएसए अजित डोवाल, पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा, गृहसचिव अजय भल्ला के अलावा कुछ अन्य ऊंच अधिकारी बैठक में शामिल रह सकते हैं. इस बैठक के साथ ही सूबे में डीलिमिटेशन की प्रक्रिया की आरंभ माना जाएगा. ये एक तरह से सूबे में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए वाइड कंसल्टेशन का आरंभ.


डीलिमिटेशन की प्रक्रिया थोड़ी लंबी हो सकती है. डीलिमिटेशन के बाद नया वोटर लिस्ट तैयार करने और उसमें करेक्शन के बाद ही जम्मू कश्मीर में चुनावी प्रक्रिया आरंभ हो सकता है. जम्मू-कश्मीर में चुनावी प्रक्रिया शुरू होने में अभी भी सालभर का समय लग सकता है. देश के कानून और भारत सरकार द्वारा तयशुदा मानकों के अंतर्गत ही डीलिमिटेशन होगा.


सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर को स्टेटहुड़ देने को लेकर फिलहाल किसी तरह की चर्चा का प्रस्ताव नहीं है. टोटल 14 प्रतिनिधियों को बैठक में बुलाया गया है. नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद, पीडीपी की महबूबा मुफ़्ती, बीजेपी के निर्मल सिंह, कविन्द्र गुप्ता और रविन्द्र रैना, पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन, पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह, सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी और जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी को बैठक में आमंत्रित किया गया है.

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