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पीएम की अपील को मिला जबरदस्त समर्थन: बिजली की मांग में आई 32000 मेगावाट की कमी, ग्रिड पर कोई असर नहीं
पीएम नरेंद्र मोदी की अपील को जनता का पूरा समर्थन मिला.वह तमाम दावे भी झूठे साबित हुए जिनमें कहा जा रहा था कि लाइट बंद करने से ग्रिड पर असर पड़ेगा.
नई दिल्ली: कई जानकारों और विपक्षी नेताओं ने इस बात की आशंका जताई थी कि पीएम की अपील पर अगर एकाएक इतनी बत्तियां बुझाकर नौ मिनट बाद जलाई गईं तो देश के पावर ग्रिड इसका दबाव नहीं झेल पाएंगे और इसका असर बिजली की सप्लाई पर पड़ेगा.
पीएम की अपील का जोरदार समर्थन
रविवार रात नौ बजे से पहले और फिर उसके नौ मिनट बाद देश में बिजली की खपत का जो आंकड़ा सामने आया है उससे से ये साफ हो गया है कि अपने घर की बत्तियां बुझाकर दीया जलाने की पीएम की अपील का लोगों ने दिल खोलकर समर्थन किया. बिजली मंत्रालय के मुताबिक इस दौरान देशभर में बिजली की खपत में 32000 मेगावाट तक की कमी दर्ज की गई.
आकंड़ों के मुताबिक रात आठ बजकर 50 मिनट पर बिजली की मांग 117300 मेगावाट थी और पीएम की अपील का समय जब 9.09 मिनट पर खत्म हुआ तब इसकी मांग 85000 मेगावाट पर आ गई थी. हालांकि इसके थोड़ी देर बाद ही मांग फिर 110000 मेगावाट के ऊपर पहुंच गई. जाहिर है बत्तियां अचानक बुझाने से ही मांग में इतनी कमी दर्ज की गई.
ग्रिड पर कोई असर नहीं पड़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 3 अप्रैल को लोगों से अपने घरों की बत्तियां बुझाकर दीया और मोबाइल की लाइट जलाने को कहा तभी से इस बात की आशंका जताई जाने लगी कि अचानक बत्तियां बुझने से पॉवर ग्रिड फेल हो सकता है. इससे देश में बिजली संकट की आशंका भी जताई जाने लगी. जानकारों और कई विपक्षी नेताओं का मानना था कि अचानक बिजली की मांग में उतार चढ़ाव का दबाव पावर ग्रिड नहीं झेल पाएंगे लेकिन रविवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ.
इस दौरान मांग में उतार चढ़ाव के बावजूद इंजीनियरों ने फ्रीक्वेंसी को एक सीमा के अंदर रखा जिससे वोल्टेज पर भी कोई असर नहीं पड़ा. वोल्टेज पर असर पड़ने से फ्रिज और एसी जैसै घरेलू उपकरणों के खराब होने का अंदेशा भी जताया जा रहा था.
बिजली मंत्री करते रहे निगरानी
इन आशंकाओं के मद्देनजर बिजली मंत्रालय और ग्रिड से जुड़ी तमाम सरकारी एजेंसियों के आला अधिकारी और इंजीनियर भी सतर्क थे. जब लोग कोरोना में खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए बत्तियां बुझाकर दीया जला रहे थे तब बिजली मंत्री आरके सिंह खुद पूरी घटना की निगरानी कर रहे थे. आरके सिंह अपने आला अधिकारियों के साथ नेशनल पावर मॉनिटरिंग सेंटर में पावर ग्रिड व्यवस्था पर पल-पल की नजर रख रहे थे ताकि किसी भी परिस्थिति से तुरन्त निपटा जा सके.
आर के सिंह ने ट्वीट कर कहा, " प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर #9बजे9मिनट को सफलता पूर्वक निभाने के लिए आप सभी को हार्दिक बधाई. मैं नेशनल ग्रिड ऑपरेटर #POSCO #PGCIL #NHPC #NEEPCO, #THDC #SJVNL #BBMB #NTPC सहित सभी जेनेरेशन तथा ट्रांसमिशन कंपनियों एवं राज्यों के बिजली विभाग का एक टीम की तरह काम करने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं. कोरोना की इस लड़ाई में पूरा देश प्रधानमंत्री जी के साथ खड़ा है."
Demand in the grid came down by 32000 MW within a few minutes but the frequency and voltage was mantained within the normal range. The drop in national demand by 32000 megawatts shows a huge response of the nation to the call of the Prime Minister. (2/2)@narendramodi@PMOIndia pic.twitter.com/yuxkdPXYBK
— R. K. Singh (@RajKSinghIndia) April 5, 2020
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