G-20: जापान से दिल्ली वापस लौटे पीएम मोदी, अंतिम दिन की 6 बैठकें
मोदी दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए जापान के ओसाका में थे. शुक्रवार को भी मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित कई नेताओं के साथ बैठकें कीं.
ओसाका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडोनेशिया, ब्राजील, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और चिली के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें कीं और व्यापार, आतंकवाद से लड़ाई, रक्षा, समुद्री सुरक्षा और खेल जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. मोदी दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए जापान के ओसाका में थे. उन्होंने शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन अपनी पहली आधिकारिक वार्ता इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ की. दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा और समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ''जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत एक महत्वपूर्ण मित्र के साथ मुलाकात से. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-इंडोनेशिया सहयोग को गहरा करने के तौर-तरीकों पर राष्ट्रपति जोकोवि (जोको विडोडो) से वार्ता की.''
Beginning Day 2 of the #G20 Summit by meeting a valued friend.
PM @narendramodi holds talks with President @jokowi on ways to deepen India-Indonesia cooperation. pic.twitter.com/lEF3uIFPAJ — PMO India (@PMOIndia) June 29, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट में कहा, ''समग्र रणनीतिक भागीदारी को आगे ले जाते हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर इंडोनेशियाई राष्ट्रपाति जोकोवि से उपयोगी मुलाकात की. व्यापार और निवेश, रक्षा, समुद्री, अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग विस्तारित करने पर चर्चा की और हिन्द-प्रशांत दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान किया.''
इसके तुरंत बाद मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों, खासकर व्यापार और निवेश में सहयोग, कृषि और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में जैव ईंधन जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई.
कुमार ने ट्वीट किया, ''घनिष्ठ और बहुआयामी रणनीतिक भागीदारी को गहरा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो ने द्विपक्षीय संबंधों, खासकर व्यापार और निवेश में सहयोग, कृषि और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में जैव ईंधन जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा की.''
मोदी ने इसके बाद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से मुलाकात की और व्यापार एवं निवेश, रक्षा और आतंकवाद से लड़ाई सहित विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने भारत और तुर्की के बीच मजबूत विकास भागीदारी पर चर्चा की. कुमार के अनुसार दोनों नेताओं के बीच वार्ता व्यापार और निवेश, आतंकवाद से लड़ाई, सूचना प्रौद्योगिकी और नागर विमानन जैसे मुद्दों पर केंद्रित रही.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ''ओसाका में बातचीत जारी. जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति आरटी (रजब तैयब) एर्दोआन के साथ उपयोगी बैठक. दोनों नेताओं ने भारत और तुर्की के बीच मजबूत विकास भागीदारी पर वार्ता की.'' ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ''खेलों, खनन प्रौद्योगिकी, रक्षा और समुद्री सहयोग तथा हिन्द-प्रशांत जैसे मुद्दों पर अच्छी बातचीत हुई.''
मॉरिसन और मोदी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों की बानगी उस वक्त देखने को मिली जब ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने मोदी के साथ एक सेल्फी ट्वीट की और उनकी सराहना करते हुए हिंदी में लिखा, ''कितने अच्छे हैं मोदी.'' मोदी ने उनके ट्वीट का यह कहते हुए जवाब दिया कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की ऊर्जा को लेकर वह 'उत्साहित' हैं.
Kithana acha he Modi! #G20OsakaSummit pic.twitter.com/BC6DyuX4lf
— Scott Morrison (@ScottMorrisonMP) June 28, 2019
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ''कितने अच्छे हैं मोदी लिखकर आपने संदेश को वायरल कर दिया.'' मोदी ने इसके बाद सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग और चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया. शुक्रवार को मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित कई नेताओं के साथ बैठकें कीं.
मोदी ने जापान, अमेरिका, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इंडोनेशिया, ब्राजील, तुर्की और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ कुल नौ द्विपक्षीय बैठक, थाईलैंड, वियतनाम, विश्व बैंक, यूएनएसजी, फ्रांस, इटली, सिंगापुर और चिली के नेताओं के साथ आठ 'पुल असाइड मीटिंग' (सार्वजनिक स्थल पर निजी बैठकें) कीं और दो सीमित बहुपक्षीय: जापान-अमेरिका-भारत (जेएआई) और रूस-भारत-चीन (आरआईसी) बैठकें और ब्रिक्स देशों की एक बहुपक्षीय बैठक की. इसके अलावा वह जी-20 के चार सत्रों और एक सामुदायिक आयोजन में शामिल हुए.
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