नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) को लेकर बीजेपी के विरोध में विपक्षी दलों का राज्यवार गठबंधन का फॉर्मूला करीब-करीब तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे महामिलावट करार दिया है. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने यह महामिलावट 30 साल देखी है. स्वस्थ समाज महामिलावट से दूर रहता है और मजबूत लोकतंत्र में भरोसा करता है. उन्होंने कहा, ''महामिलावट अब चलने वाली नहीं है. देशवासी जनता के प्रति समर्पित सरकार चाहते हैं.''
पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा, ''कोलकोता से चेन्नई तक, जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक को महा मिलावट नहीं कहते हैं, उसे देश की विविधता कहते हैं। जो लोग महा घमंड से देश की विविधता का मजाक उड़ाते हैं, उनको जवाब देश की जनता देगी.''
पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे ही बोलते हैं हम जो पूछते हैं उसका जवाब नहीं देते. सिर्फ मनमानी बात करते हैं जिनकी कोई जमीनी हकीकत नहीं होती है.
ध्यान रहे कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जबर्दस्त सफलता हासिल की थी. वहीं टीएमसी और एआईडीएमके के छोड़कर सभी विपक्षी दलों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था.
जिसके बाद से राज्यों में विपक्षी दलों का गठबंधन रूप ले रहा है. सबसे अधिक सीटों वाले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी ने गठबंधन किया है. वहीं बिहार में कांग्रेस, आरजेडी, आरएलएसपी और हम साथ लड़ने का एलान कर चुकी है. झारखंड में कांग्रेस और झामुमो साथ लड़ेगी. कांग्रेस ने तमिलनाडु में डीएमके के साथ और महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी.
मोदी ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की विभिन्न सरकारों के शासनकाल के 55 साल सत्ताभोग वाले थे जबकि बीजेपी की सरकार के 55 महीने सेवाभाव वाले साल रहे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहचान पारदर्शिता, ईमानदारी तथा भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने, जनता के लिये तेज गति से काम करने के रूप में बनी है. उन्होंने उज्ज्वला, सौभाग्य योजना, मुद्रा योजना, स्टार्ट अप इंडिया आदि विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इनका लक्ष्य देश की गरीब जनता का स्तर ऊंचा उठाना है.
प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे पर विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में सेना को निहत्था बनाकर रखा और वह नहीं चाहती कि देश की वायुसेना मजबूत हो. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस किसके फायदे के लिये राफेल सौदा रद्द कराना चाहती है?
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आप इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से (उनकी संभावित सरकार के खिलाफ) अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े . उन्होंने कहा कि हमारे पास समर्पण भाव है इसलिये दो सीटों से यहां तक पहुंच गए और अभिमान के कारण आप (कांग्रेस) 44 पर रह गए.
राफेल से लेकर रोजगार तकः प्रधानमंत्री मोदी के संसद में दिए गए भाषण की बड़ी बातें
मोदी ने सरकार के खिलाफ लगाये गये विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुये कहा कि यह चुनावी वर्ष है, इसलिये हर किसी की कुछ न कुछ बोलने की मजबूरी भी है. उन्होंने कहा ‘‘यह सही है कि यहां से हमें जनता के बीच जाकर अपने काम का हिसाब देना होता है. मैं आप सभी को चुनावी मैदान में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिये शुभकामनायें देता हूं.’’
प्रधानमंत्री ने आगामी लोकसभा चुनाव में नयी पीढ़ी, खासकर पहली बार मतदाता बनने जा रहे युवा मतदाताओं की अहम भूमिका का जिक्र करते हुये कहा कि इस चुनाव में युवा पीढ़ी राष्ट्र को नयी दिशा देने में मददगार साबित होगी.