Karpoori Thakur: बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे और जननायक कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जाएगा. राष्ट्रपति भवन की तरफ से मंगलवार (23 जनवरी) को उनकी जन्म शताब्दी की पूर्व संध्या पर इसका ऐलान किया गया. पीएम मोदी ने इस मौके पर एक ब्लॉग लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह उनकी सरकार जननायक कर्पूरी ठाकुर से प्रेरणा लेते हुए काम कर रही है. 


पीएम मोदी ने लिखा, हमारे जीवन पर कई लोगों का प्रभाव रहता है. जिन लोगों से हमारा संपर्क होता है, उनकी बातों का प्रभाव हमारे ऊपर स्वाभाविक रूप से पड़ता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनको बस सुनकर ही आप उनसे प्रभावित हो जाते हैं. जननायक कर्पूरी ठाकुर मेरे लिए ऐसे ही व्यक्ति हैं. भले ही मैं कभी कर्पूरी जी से कभी नहीं मिल पाया, लेकिन उनके साथ बेहद करीब से काम करने वाले कैलाशपति मिश्र जी से मैंने उनके बारे में बहुत कुछ सुना है. 


सामाजिक न्याय के प्रयास से बदला करोड़ों लोगों का जीवन


ब्लॉग में पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'सामाजिक न्याय के लिए कर्पूरी ने जो प्रयास किए, उससे करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया. उनका संबंध नाई समाज यानी समाज के अति पिछड़े वर्ग से था. अनेक चुनौतियों को पार करके उन्होंने कई उपलब्धियों को हासिल किया. उनसे जुड़े ऐसे कई किस्से हैं, जो उनकी सादगी की मिसाल हैं. उनके साथ काम करने वालों ने बताया कि कैसे वे इस बात पर जोर देते थे कि उनके किसी भी व्यक्तिगत कार्य में सरकार का एक पैसा भी खर्च ना हो.' 


पीएम ने सुनाया कर्पूरी ठाकुर से जुड़ा किस्सा 


पीएम मोदी लिखते हैं कि कर्पूरी जी से जुड़ा एक किस्सा 1977 का है, जब वे बिहार के सीएम बने थे. उस वक्त केंद्र और बिहार में जनता पार्टी की सरकार थी. पार्टी के नेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण यानी जेपी के जन्मदिन के लिए कई नेता पटना में इकट्ठा हुए. इसमें कर्पूरी ठाकुर ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उनके जरिए पहना हुआ कुर्ता फटा हुआ था. फिर उनके कुर्ते के लिए पैसा दान करवाया गया, जिसे उन्होंने ले तो लिया, मगर उसे मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दिया.


समाज के पिछड़ों के लिए बनाई कार्ययोजना


ब्लॉग में प्रधानमंत्री ने लिखा कि समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने के लिए कर्पूरी जी ने एक ठोस कार्ययोजना बनाई थी. उन्होंने इसके लिए पूरा एक सिस्टम तैयार किया था. ये उनके सबसे प्रमुख योगदानों में से एक है. उनके नेतृत्व में ऐसी नीतियों को लागू किया गया, जिससे समावेशी समाज की नींव पड़ी. भले ही वह समाज के सबसे पिछड़े वर्ग से थे, लेकिन उन्होंने सभी के लिए काम किया. उनके विजन से प्रेरित होकर हमने इसे एक प्रभावी गवर्नेंस मॉडल के रूप में लागू किया है.


पीएम ने कर्पूरी ठाकुर के योगदान को किया याद


प्रधानमंत्री ने लिखा कि पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले एक व्यक्ति के रूप में मुझे जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिला है. मेरे जैसे अनेक लोगों के जीवन में कर्पूरी बाबू का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष योगदान रहा है. इसके लिए मैं उनका सदैव आभारी रहूंगा.


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